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Date: 
24.01.2017
City: 
New Delhi

राजनीतिक दलों की आधी से ज्यादा आय अज्ञात स्रोतों से होती है। असोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (ADR) के मुताबिक पिछले 11 सालों में राजनीतिक दलों की आय का कुल हिस्से का 69 फीसदी रकम की जानकारी अज्ञात है। मंगलवार को यहां जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया कि वर्ष 2004 से लेकर मार्च 2015 तक सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की कुल आय 11,367 करोड़ रुपए रही जिसमें केवल 31 फीसद आय के ही स्रोत के बारे में जानकारी है। बता दें कि मौजूदा नियमों के तहत राजनीतिक दलों को किसी भी व्यक्ति या संस्था से प्राप्त हुए 20,000 रुपये से कम का स्रोत बताने की आवश्यकता नहीं है।

राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों को इस दौरान 11,367.34 करोड़ रुपये की आय हुई। राजनीतिक दलों को ज्ञात दानदाताओं से आय करीब 1,835.63 करोड़ रुपये रही, जो उनकी कुल आय का 16 फीसदी हिस्सा है। इसके अलावा अन्य ज्ञात स्रोतों (संपत्ति की बिक्री, मेंबरशिप फी, बैंक से मिलने वाला ब्याज, प्रकाशनों की बिक्री आदि) से आय करीब 1,698.73 करोड़ रुपये रही जो कुल आय का 15 फीसदी हिस्सा है।

ADR की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 11 सालों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को अज्ञात स्रोत से करीब 3,323.30 हजार करोड़ रुपये की आय हुई जो कांग्रेस की कुल आय का 83 प्रतिशत हिस्सा है। इसी दौरान बीजेपी की अज्ञात स्रोत से कुल आय 2,125.91 करोड़ रुपये रही जो कुल आय का 65 फीसदी हिस्सा है।क्षेत्रीय दलों में सबसे ज्यादा चौंकाने वाले आंकड़े समाजवादी पार्टी (एसपी) के रहे। एसपी की कुल आय का 766.27 करोड़ रुपये यानी 94 फीसदी हिस्सा अज्ञात स्रोतों से आया। वहीं, शिरोमणि अकाली दल की कुल आय का 86 प्रतिशत यानी 88.06 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोत से आया। अज्ञात स्रोतों से राष्ट्रीय पार्टियों की आय इस दौरान 313 फीसदी बढ़ी। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 2004-05 में अज्ञात स्रोतों से आय 274.13 करोड़ रुपये थी जो 2014-15 में बढ़कर 1,130.92 करोड़ रुपये हो गई।

रिपोर्ट के अनुसार 2004 से 2015 तक बीएसपी को 20,000 रुपये से अधिक का कोई दान नहीं मिला। इस तरह पार्टी की आय 100 फीसदी हिस्सा अज्ञात स्रोतों से आया। कांग्रेस को 2004 से 2015 तक सबसे ज्यादा 3,982.09 करोड़ रुपये की आय हुई। बीजेपी इस मामले में दूसरे नंबर पर रही और इस दौरान उसकी कुल आय 3,272.63 करोड़ रुपये रही। 2004 से 2015 में क्षेत्रीय पार्टियों की कुल आय करीब 2,089.04 करोड़ रुपये रही। इसमें भी एसपी 819.1 करोड़ रुपये के साथ आय के मामले में सबसे ऊपर रही। डीएमके 203.02 करोड़ रुपये के साथ दूसरे और AIADMK 165.01 करोड़ रुपये के साथ तीसरे नंबर पर रही।

6 राष्ट्रीय पार्टियों द्वारा 20,000 रुपये से अधिक के दान से कुल आय 1,405.19 करोड़ रुपये रही। इस सूची में बीजेपी सबसे ऊपर रही और उसे दान से कुल 917.86 करोड़ रुपये की आय हुई। वहीं, क्षेत्रीय पार्टियों में डीएमके को सबसे ज्यादा 129.83 करोड़ रुपये की आय 20,000 के ऊपर के दान से हुई। क्षेत्रीय दलों को 20,000 के ऊपर के दान से कुल 430.42 करोड़ रुपये की आय हुई थी।

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