- केंद्रीय मंत्री अमित शाह व प्रह्लाद जोशी भी शामिल
- एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट में खुलासा
देश के गृह मंत्री अमित शाह व गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी समेत 107 मौजूदा सांसदों व विधायकों ने खुद पर भड़काऊ भाषणों के मामले दर्ज होने की जानकारी चुनावी शपथ पत्रों में दी है। इनमें शामिल 33 सांसदों व 73 विधायकों में से सर्वाधिक भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में जीतकर संसद व राज्यों की विधानसभाओं में पहुंचे हैं।
भाजपा के साक्षी महाराज, गिरिराजसिंह, साध्वी प्रज्ञा, संघमित्र मौर्य, कांग्रेस के शशि थरूर, एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवेसी, एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमाल, डीएमके की कनीमोजी व आम के राघव चड्ढा भी उन प्रमुख सांसदों में शामिल हैं, जिनके खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले दर्ज हैं। विधायकों में तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राजस्थान के मंत्री गोविंदराम मेघवाल व पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र नीतिश राणे तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शपथ पत्र में भड़काऊ भाषण का मामला दर्ज होने की जानकारी दी है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफोर्म (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की मंगलवार को जारी 179 पन्नों की रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है। चुनाव सुधारों पर नजर रखने वाली दोनों ही संस्थाओं ने 763 सांसदों और 4005 विधायकों के चुनावी शपथ पत्रों के विश्लेषण के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें ब्यौरा देने वाले सभी सांसदों-विधायकों पर दर्ज मामलों का विवरण भी शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरप्रदेश के सात, तमिलनाडू के चार, बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक से तीन तीन, असम, गुजरात, महाराष्ट्र व पश्चिम बंगाल से दो दो तथा झारखंड, मध्यप्रदेश, केरल, ओडिशा व पंजाब के एक एक सांसद के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज है। विधायकों में बिहार व यूपी के नौ-नौ, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र व तेलंगाना के 6-6, असम व तमिलनाडू के 5-5, दिल्ली, गुजरात व पश्चिम बंगाल के 4-4, झारखंड व उत्तराखंड के तीन-तीन, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान व त्रिपुरा से दो-दो तथा मध्यप्रदेश व ओडिशा के एक एक विधायक पर ऐसे मामले दर्ज हैं। रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच साल में भड़काऊ भाषण के मामले घोषित करने वाले 480 उम्मीदवारों ने विधानसभाओं तथा लोकसभा व राज्यसभा का चुनाव लड़ा।
इन दलों के सांसदों-विधायकों पर मामले
| भाजपा | 42 |
| कांग्रेस | 15 |
| आम आदमी पार्टी | 7 |
| डीएमके | 5 |
| समाजवादी पार्टी | 5 |
| वायएसआर कांग्रेस | 5 |
| राष्ट्रीय जनता दल | 4 |
(इनके अलावा तृणमूल कांग्रेस, एआईयूडीएफ, एसएचएस व निर्दलीय 3-3, एआईएमआईएम 2 तथा माकपा, एमडीएमके, एनसीपी, पीएमके, शिवसेना-उद्धव, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, टीडीपी, टिपरा मोथा पार्टी, टीआरएस व वीसीके के एक एक सांसद-विधायक ने मामला दर्ज होने की जानकारी दी है।)
