एडीआर रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सरकार के 20 में 15 मंत्रियों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिनमें 13 (65 फीसदी) पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। कैबिनेट में किसी महिला विधायक को जगह नहीं दी गई है।
महाराष्ट्र की नई सरकार के 75 फीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मुताबिक, महाराष्ट्र के 55 फीसदी मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 9 अगस्त को मंत्रिपरिषद का विस्तार होने के बाद महाराष्ट्र में अब मुख्यमंत्री सहित 20 मंत्री हैं। 18 नए चेहरों के साथ कैबिनेट विस्तार के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच ने 2019 में विधानसभा चुनावों के दौरान प्रस्तुत सभी मंत्रियों के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण किया।
इसमें पाया गया कि सरकार के 20 में 15 मंत्रियों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिनमें 13 (65 फीसदी) पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। कैबिनेट में किसी महिला विधायक को जगह नहीं दी गई है। शिंदे सरकार के सभी 20 मंत्री करोड़पति हैं और इनकी औसत आय 47.45 करोड़ है। सबसे ज्यादा संपत्ति मालाबार हिल से विधायक और मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा की है। उन्होंने 441.65 करोड़ की संपत्ति घोषित की है।
सबसे कम संपत्ति घोषित करने वालों में पैठण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक और मंत्री भूमरे संदीपान राव आसाराम हैं, जिन्होंने 2.52 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। इनमें 18 मंत्रियों के ऊपर देनदारियों भी हैं। इसमें प्रभात लोढ़ा पर सबसे अधिक 283.36 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है। आठ मंत्री यानी 40 फीसदी 10वीं और 12 वीं तक पढ़े लिखे हैं।
मुख्यमंत्री शिंदे के खिलाफ सबसे ज्यादा 18 मामले दर्ज, सभी मंत्री करोड़पति
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर सर्वाधिक 18 मामले हैं, जिनमें एक गंभीर मामला है। वहीं, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र पडणवीस पर चार गंभीर आपराधिक मामले हैं। शिंदे सरकार के सभी 20 मंत्री करोड़पति हैं और इनकी औसत आय 47.45 करोड़ है। सबसे ज्यादा संपत्ति मालाबार हिल से विधायक और मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा की है। उन्होंने 441.65 करोड़ की संपत्ति घोषित की है।