ओडिशा में 13 मई से एक जून तक होने वाले विधानसभा चुनाव में 412 ‘करोड़पति’ उम्मीदवार मैदान में हैं।
Odisha assembly elections: ओडिशा में 13 मई से एक जून तक होने वाले विधानसभा चुनाव में 412 ‘करोड़पति’ उम्मीदवार मैदान में हैं। ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) और ‘ओडिशा इलेक्शन वॉच’ ने 1,285 उम्मीदवारों में से 1,283 के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण किया है, जो ओडिशा में 147 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
ओडिशा में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ ही हो रहे हैं। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि विश्लेषण किए गए 1,283 उम्मीदवारों में से 412 (32 प्रतिशत) करोड़पति हैं जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में 1,121 उम्मीदवारों में से 304 (27 प्रतिशत) करोड़पति थे।
किस पार्टी के कितने करोड़पति उम्मीदवार
इसमें कहा गया है कि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के 128 उम्मीदवारों, भाजपा के 96 उम्मीदवारों, कांग्रेस के 88 उम्मीदवारों और आम आदमी पार्टी के 11 उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।
मौजूदा विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.89 करोड़ रुपये है, जबकि 2019 में चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.69 करोड़ रुपये थी।
दिलीप रे ओडिशा विधानसभा चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व कोयला मंत्री दिलीप रे ओडिशा विधानसभा चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। राउरकेला विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार दिलीप ने 313.53 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति घोषित की है। इसके बाद, चंपुआ क्षेत्र से बीजद उम्मीदवार सनातन महाकुड 227.67 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
तीसरे स्थान पर बस्ता विधानसभा क्षेत्र से बीजद उम्मीदवार सुबासिनी जेना हैं, जिन्होंने 135.17 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति घोषित की है।
पांच उम्मीदवारों संपत्ति शून्य
रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा में विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे पांच उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में शून्य संपत्ति घोषित की है।
27 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले
इसके अनुसार, 1283 उम्मीदवारों में से 348 (27 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 2019 के ओडिशा विधानसभा चुनाव में 1,121 उम्मीदवारों में से 332 (30 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे।
इस विधानसभा चुनाव में 292 ऐसे उम्मीदवार हैं, जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले विचाराधीन हैं। इसी तरह, 566 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5वीं से 12वीं के बीच घोषित की है, जबकि 652 उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता स्नातक या उससे ऊपर है।