एडीआर और एनईडब्ल्यू (National Election Watch) की संयुक्त रिपोर्ट में 17वीं लोकसभा में लिए गए निर्णयों को जिक्र किया गया। इस हफ्ते जारी रिपोर्ट में संसद के सदनों में पेश किए गए उन 222 विधेयक का जिक्र किया गया है, जिसमें से 45 महज एक ही दिन में पास किए गए। अपने में आप में 17वीं लोकसभा की ये एक बड़ी उपलब्धि है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 17वीं लोकसभा में कुल 222 बिल पारित किए गए। इसमें से 45 विधेयक ऐसे हैं जिन्हें उसी दिन मंजूरी दे दी गई, जिस दिन उन्हें सदन में पेश किया गया। वहीं इसके अतिरिक्त, 11 बिल वापस ले लिए गए जबकि 6 बिल लंबित हैं। केवल एक विधेयक को ही राष्ट्रपति की मंजूरी मिल पाई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर आंकड़ों पर गौर करें तो औसतन एक सांसद ने सदन में 165 प्रश्न पूछे और 273 बैठकों में से 189 में भाग लिया। सदन में सांसदों की उपस्थिति के मामले में छत्तीसगढ़ के सांसद सबसे आगे रहे, जो सदन की 273 बैठकों में से 216 में शामिल हुए।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 17वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान कुल 240 विधेयक पेश किए गए और उनमें से 222 पारित किए गए। इनमें से कुछ बड़े विधेयकों में जम्मू और कश्मीर विनियोग (नंबर 2) विधेयक, विनियोग (लेखानुदान) विधेयक, केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2023, विनियोग (लेखानुदान) विधेयक और चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक, 2021।