फूलपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक रहे अतीक अहमद समेत कुल आठ प्रत्याशी दागी हैं। अतीक पर हत्या से संबंधित आठ मामले और हत्या का प्रयास करने पर आठ और फूलपुर से ही परिवर्तन समाज पार्टी के प्रत्याशी रईस अहमद खान पर भी हत्या का प्रयास करने के मामले में वांछित हैं। दोनों सीटों पर 78 प्रतिशत उम्मीदवार और 34 फीसद करोड़पति प्रत्याशी सहित 32 उम्मीदवार मैदान में हैं।
सोमवार को प्रेस क्लब में गोरखपुर-फूलपुर में होने वाले उपचुनाव को लेकर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म और उ.प्र. इलेक्शन वॉच) एडीआर-यूपीईडब्ल्यू ने अपनी रिपोर्ट पेश की। इस दौरान मुख्य समन्वयक संजय सिंह और प्रदेश समन्वयक अनिल शर्मा ने प्रत्याशियों के आपराधिक, वित्तीय व शैक्षिक पृष्ठभूमि का विस्तार से ब्यौरा दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गोरखपुर और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद से फूलपुर संसदीय सीट रिक्त होने के कारण यहां पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार फूलपुर से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल के पास 33 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपत्ति है। अतीक अहमद के पास 23 करोड़ और सर्वोदय भारत पार्टी के उम्मीदवार गिरीश नारायण पांडे के पास 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, जबकि सबसे कम निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र प्रसाद के पास 31 हजार रुपये की संपत्ति है।
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक अतीक अहमद के पर कुल 53 आपराधिक मामले हैं। फूलपुर से सत्तारूढ़ भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल पर दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें पहली पत्नी के रहते हुए धोखाधड़ी कर दूसरी शादी रचाने का मामला शामिल है। कर्जदार प्रत्याशियों में गोरखपुर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सुरहीता करीम पर तीन करोड़ रुपये, फूलपुर से सपा के नागेंद्र प्रताप पटेल पर एक करोड़ रुपये और इसी सीट से भाजपा के कौशलेंद्र सिंह पटेल पर 88 लाख रुपये शामिल हैं। संजय सिंह ने बताया कि कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. सुरहीता करीम ने तीन करोड़ की संपत्ति और तीन करोड़ रुपये की देनदारी बताई है। इसलिए आयोग से उनकी शिकायत की जाएगी।
दोनों सीटों से चुनाव लड़ रहे 78 फीसदी उम्मीदवारों की आयु 50 प्रतिशत से कम है। इसके साथ ही इन चुनावों में केवल तीन उम्मीदवार मालती देवी निर्दलीय, भारतीय संगम पार्टी से सुधा पटेल और अंबेडकर युग पार्टी से कमला प्रसाद मैदान में हैं। प्रदेश समन्वयक अनिल शर्मा ने बताया कि 32 में से चार उम्मीदवारों ने अपना पैन विवरण ही घोषित नहीं किया। इतना ही नहीं 44 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी आय का स्रोत ही नहीं बताया है।