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24.06.2018
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भारतीय चुनाव आयोग अगले लोकसभा चुनाव से पहले हर मतदाता को भ्रष्टाचार के खिलाफ पुलिस की भूमिका निभाने की योजना बना रहा है। इस योजना को अमलीजामा पहनाने से पहले आयोग की एक टीम इस समय एक मोबाइल एप्लीकेशन पर काम कर रही है। जिसका नाम है ई-नेत्र। अगर कोई नेता आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पैसा या शराब बांटने की कोशिश या फिर भड़काऊ भाषण देता है तो कोई भी शख्स ऐप के जरिए उसकी शिकायत कर सकता है। सबूत के तौर पर फोटो या वीडियो भी अपलोड करनी होगी।

मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने इस बात की जानकारी निजी अखबार को एक इंटरव्यू के दौरान दी। उन्होंने बताया, 'हमारे आईटी विभाग ने अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक ऐप तैयार की है। इस ऐप को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चार राज्यों (राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम) में होने वाले विधानसभा चुनावों में प्रयोग किया जाएगा।' उन्होंने बताया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान बंगलूरू नगर निगम ने चुनाव आयोग के लिए ऐसी ही ऐप बनाई थी लेकिन वह चुनाव से कुछ समय पहले ही आ पाई थी।

चुनाव तक केवल 800 लोगों ने इस ऐप को डाउनलोड किया था। एक महीने के अंदर आयोग नई ऐप को लॉन्च करने वाला है। उन्होंने भरोसा जताया कि लाखों लोग इस ऐप के जरिए आयोग की मदद का काम करेंगे। इस ऐप की मदद से कोई भी शख्स उस अमूक घटना को रिकॉर्ड करके चुपचाप भेज सकता है। वीडियो अपलो़ड किए बिना भी शिकायत की जा सकती है। मगर आयोग को पर्याप्त सबूतों की जरूरत होगी।

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