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Source
प्रभात खबर
https://www.prabhatkhabar.com/election/gujarat-assembly-elections/aam-aadmi-party-given-tickets-to-criminals-know-about-adr-report-on-bjp-congress
Author
Samir Kumar
Date

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, AAP ने 30 फीसदी वैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनपर सीरियस क्रिमिनल केस दर्ज हैं.

Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 1 दिसंबर को होना है. इस फेज में कुल 788 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. बता दें कि पहले चरण में विधानसभा की 89 सीटों पर, जबकि दूसरे चरण में 5 दिसंबर को 93 सीटों पर मतदान होगा. दोनों चरण के चुनाव होने के बाद मतों की गिनती 8 दिसंबर को होगी. इस बीच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.

पहले चरण के 167 प्रत्याशियों पर दर्ज है आपराधिक मामले

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले फेज में कई प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस , आम आदमी पार्टी और भारतीय ट्राइबल पार्टी ने 77 वैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनपर कोई न कोई आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि, गुजरात चुनाव के पहले चरण के 167 प्रत्याशियों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं. वहीं, 100 उम्मीदवारों पर सीरियस क्रिमिनल केस दर्ज हैं.

AAP के 32 प्रत्याशियों पर दर्ज है आपराधिक मामले

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में इस बार होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 14 और कांग्रेस ने 31 वैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनपर कोई न कोई आपराधिक केस दर्ज हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी ने 32 और भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने भी चार ऐसे प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है. रिपोर्ट के मुताबिक, AAP ने 30 फीसदी और कांग्रेस ने 20 फीसदी वैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनपर सीरियस क्रिमिनल केस दर्ज हैं. जबकि, बीजेपी ने 12 फीसदी और बीटीपी ने 7 फीसदी ऐसे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है.

2017 में 137 प्रत्याशियों पर दर्ज था क्रिमिनल केस

वहीं, इससे पहले 2017 के आंकड़ों की गौर करें तो उस समय चुनाव लड़ने वाले 137 यानि 15 फीसदी प्रत्याशियों पर क्रिमिनल केस दर्ज था. जबकि, 78 यानि 8 फीसदी प्रत्याशियों पर सीरियस क्रिमिनल केस था. 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 31 यानि 36 फीसदी और भारतीय जनता पार्टी ने 22 यानि 25 फीसदी ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया था, जिसपर कोई न कोई आपराधिक केस दर्ज थे. बीटीपी ने ऐसे 2 उम्मीदवारों को टिकट दिया था.