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Date: 
06.08.2016
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new delhi

देश के 29 राज्यों में अकेले कर्नाटक में 97 प्रतिशत मंत्री ऐसे हैं जिनकी संपत्ति करोड़ों में है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के एक अध्ययन में पाया गया है कि राज्यों के 76 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं जिनके पास औसतन 8.59 करोड़ रुपए की संपत्ति है, जबकि इसके मुकाबले में केन्द्रीय मंत्रियों की औसत संपत्ति 12.94 करोड़ रुपए है। इस सर्वे से पहले एक सर्वे में बताया गया था कि राज्यों के 34 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आपको बता दें कि एडीआर ने यह रिपोर्ट बनाई है।

इस रिपोर्ट को 29 प्रदेश विधानसभाओं और 2 केन्द्र शासित प्रदेशों के कुल 620 मंत्रियों में से 609 मंत्रियों द्वारा जमा किए गए घोषणा पत्र के आधार पर तैयार की है। तेलुगू देशम पार्टी के पोंगुरू नारायण के पास सबसे ज्यादा संपत्ति बताई गई है। उनके पास 496 करोड़ रुपए की कुल संपत्ति है।

वहीं दूसरे नंबर पर कर्नाटक के मंत्री डी. के. शिवकुमार हैं। शिवकुमार की कुल संपत्ति 251 करोड़ रुपए है। मंत्रियों के अपराध से जुड़े चौंकाने वाले आंकड़े भी समाने आए हैं। राज्यों के 609 मंत्रियों में से 210 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वैसे आपको बता दें कि केंद्र के 78 मंत्रियों में से 24 (31%) मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

त्रिपुरा के मंत्रियों के पास सबसे कम संपत्ति

वहीं राज्यों के 113 मंत्रियों ने चुनावी घोषणा पत्रों में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों का जिक्र किया है जिसमें हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण और महिलाओं पर अत्याचार जैसे मामले भी हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र के 78 मंत्रियों में से 14 पर गंभीर मामले दर्ज हैं। औसत संपत्ति के हिसाब से केंद्रीय मंत्री राज्यों के मंत्रियों से काफी आगे हैं। केंद्रीय मंत्रियों की औसतन संपत्ति 12.94 करोड़ रुपए है। आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा 20 मंत्री करोड़पति हैं जिनकी औसत संपत्ति 45.49 करोड़ की है।

इसके बाद कर्नाटक के 31 मंत्री करोड़पति हैं जिनकी औसत संपत्ति 36.96 करोड़ है। कर्नाटक के बाद अरुणाचल प्रदेश का नंबर आता है। वहीं त्रिपुरा ऐसा राज्य है जहां के मंत्रियों के पास सबसे कम संपत्ति है। यहां के 12 मंत्रियों के पास औसत 31.7 लाख रुपए की संपत्ति है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, पंजाब और पुदुचेरी के सभी मंत्री करोड़पति हैं। इसके बाद कर्नाटक ऐसा प्रदेश है जहां के 97 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं। राजस्थान, गोवा, मेघालय और छत्तीसगढ़ के मंत्रियों के पास एक करोड़ रुपए से ज्यादी की संपत्ति है।


वहीं राज्यों के 113 मंत्रियों ने चुनावी घोषणा पत्रों में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों का जिक्र किया है जिसमें हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण और महिलाओं पर अत्याचार जैसे मामले भी हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र के 78 मंत्रियों में से 14 पर गंभीर मामले दर्ज हैं। औसत संपत्ति के हिसाब से केंद्रीय मंत्री राज्यों के मंत्रियों से काफी आगे हैं। केंद्रीय मंत्रियों की औसतन संपत्ति 12.94 करोड़ रुपए है। आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा 20 मंत्री करोड़पति हैं जिनकी औसत संपत्ति 45.49 करोड़ की है।<br />
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इसके बाद कर्नाटक के 31 मंत्री करोड़पति हैं जिनकी औसत संपत्ति 36.96 करोड़ है। कर्नाटक के बाद अरुणाचल प्रदेश का नंबर आता है। वहीं त्रिपुरा ऐसा राज्य है जहां के मंत्रियों के पास सबसे कम संपत्ति है। यहां के 12 मंत्रियों के पास औसत 31.7 लाख रुपए की संपत्ति है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, पंजाब और पुदुचेरी के सभी मंत्री करोड़पति हैं। इसके बाद कर्नाटक ऐसा प्रदेश है जहां के 97 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं। राजस्थान, गोवा, मेघालय और छत्तीसगढ़ के मंत्रियों के पास एक करोड़ रुपए से ज्यादी की संपत्ति है।
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