उत्तर प्रदेश में बदमाशों के बेखौफ हौसलों की खबरें मीडिया में लगातार आती रहती हैं लेकिन बुलंदशहर में परिवार के सामने मां और बेटी के साथ हुई घटना ने यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की कलई खोल कर रख दी है। अब अखिलेश सरकार भले ही कितनी कोशिश कर ले लेकिन जनता को सरकारी जुमले 'यूपी में है दम, क्योंकि जुर्म यहां है कम' की असलियत पता चल चुकी है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक यूपी का करीब-करीब आधा मंत्रिमंडल दागी है। यूपी के 15 से 20 प्रतिशत मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि करीब 55 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा के इस मंत्री पर है कत्ल का केस एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक बस्ती जिले के राम करन आर्य पर मर्डर का मुकदमा दर्ज है। यह मामला आर्य पर 16 फरवरी, 1995 को दर्ज हुआ था। मामला सीजेएम बस्ती द्वारा कोतवाली बस्ती में दर्ज कराया गया था। आर्य 2012 में महादेवा (सुरक्षित) सीट से जीत कर विधानसभा में आए थे। हालांकि उन पर अभी तक आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। आर्य पर कुल 1 ही मामला दर्ज है और उसमें आईपीसी की धारा 302 के अलावा 6 अन्य धाराएं (147,148,149, 34, 504 और 506) भी सम्मिलित हैं। सपा के इस मंत्री पर है सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का केस सपा के एक मंत्री हैं रविदास मेहरोत्रा, इन पर कुल 17 मुकदमे दर्ज हैं। दर्ज मामलों में 7 में गंभीर अपराध की धाराएं (153 A, 253, 243, 304 और 307) और 67 अन्य धाराएं शामिल हैं। हालांकि इन पर भी अभी तक कोई भी अपराध साबित नहीं हुआ है। रविदास मेहरोत्रा लखनऊ के रहने वाले हैं और 2012 में हुए विधानसभा चुनावों में लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से जीतकर आए थे। सपा के 74% मंत्री करोड़पति एडीआर ने उत्तर प्रदेश के कुल 57 मंत्रियों का डाटा खंगाला जिसमें 42 मंत्री करोड़पति निकले। कुल मंत्रियों के साथ आंकड़े देखें तो आप कह सकते हैं कि यूपी के 74% मंत्री करोड़पति हैं।
एडीआर के आंकड़ों के मुताबिक अरुणांचल प्रदेश, पंजाब और पुडुचेरी के सभी मंत्री करोड़पति हैं।सपा के सबसे गरीब मंत्री एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक सपा सरकार के मंत्री तेज नारायण पांडे उत्तर प्रदेश के ही नहीं भारत के सबसे गरीब मंत्री हैं। तेज नारायण पांडे फैजाबाद जिले की अयोध्या विधानसभा से विधायक हैं। उनकी कुल घोषित संपत्ति 66,612 रुपए है। आईटीआर भी नहीं करते दाखिल एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 57 मंत्रियों में से कुल 43 मंत्रियों ने ही अपना आयकर रिटर्न (आईटीआर) का ब्यौरा दाखिल किया है। सपा सरकार के 14 मंत्री ऐसे हैं जिन्होंने अपना ITR ही नहीं भरा।