Skip to main content
Source
Jubilee Post
Date

फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने प्रचार-प्रसार पर पानी की तरह पैसा बहाया। चुनाव में जहां पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर ने सबसे अधिक खर्च किया है तो वहीं मंगलौर के एमएलए सरवत करीम अंसारी ने सबसे कम खर्च किया।

इसके अलावा बीजेपी के विधायकों ने कांग्रेस के मुकाबले चुनाव में अधिक खर्च किया है, जबकि बसपा के विधायकों ने चुनाव में सबसे कम खर्च किया है। यह आंकड़ा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के ताजा रिपोर्ट में दी गई है।

एडीआर ने उत्तराखंड के 65 विधायकों के 2022 के चुनावी खर्च पर रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, स्टार प्रचारकों के साथ खर्च में बीजेपी के 43 एमएलए पहले, कांग्रेस के 19 विधायक दूसरे और बसपा के दो एमएलए तीसरे नंबर पर रहे।

बीजेपी के 43 विधायकों ने स्टार प्रचारकों पर औसत 1.82 लाख तो वहीं कांग्रेस के 19 विधायकों ने औसत 72 हजार और बसपा के दो विधायकों ने औसत 16.50 हजार रुपये खर्च किए हैं।

स्टार प्रचारकों के बिना चुनसव में बीजेपी के 43 विधायकों ने बैठकों व जुलूसों पर औसत 5.50 लाख, कांग्रेस के विधायकों ने औसत 3.40 लाख, बसपा के एमएलए ने औसत 1.72 लाख और निर्दलीय विधायक ने औसत 1.91 लाख रुपये खर्च किए।

प्रचार सामग्री पर बीजेपी ने औसत 5 लाख से ऊपर, कांग्रेस विधायकों ने 4 लाख से ऊपर, बसपा विधायकों ने 3 लाख से ऊपर और निर्दलीय विधायक ने 4 लाख से ऊपर खर्च किया है।

सबसे अधिक खर्च करने वाले हैं ये तीन विधायक

मयूख महर (कांग्रेस), पिथौरागढ़ – 35,85,627
उमेश कुमार (निर्दलीय), खानपुर – 33,14,458
मोहन सिंह (बीजेपी), जागेश्वर – 32,74,791

सबसे कम खर्च करने वाले ये तीन विधायक

सरवत करीम अंसारी (बसपा), मंगलौर – 7,52,930
रवि बहादुर (कांग्रेस), ज्वालापुर – 10,76,037
शहजाद (बसपा), लक्सर – 11,33,960

कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं पर भाजपा से अधिक किया खर्च

कांग्रेस के 19 विधायकों ने अपने कार्यकर्ताओं पर बीजेपी के मुकाबले अधिक रकम खर्च की है। बीजेपी ने जहां औसत 2.2 लाख खर्च किए तो कांग्रेस के 19 विधायकों ने औसत 4.15 लाख रुपये खर्च किए। बसपा विधायकों ने औसत 54 हजार और निर्दलीय ने 88 हजार रुपये खर्च किए।