Source: 
Khas Khabar
Author: 
Date: 
11.02.2022
City: 
New Delhi

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में लगभग 35 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं। यह जानकारी एक थिंकटैंक द्वारा जारी रपट में सामने आई है। चौथे चरण के लिए मतदान 19 फरवरी को होगा। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिसर्च (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) द्वारा जारी रपट के अनुसार, चौथे चरण के जिन 297 उम्मीदवारों का विश्£ेषण किया गया है, उनमें से 103 के खिलाफ आपराधिक मामले लम्बित हैं। इनमें से 27 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गम्भीर आपराधिक आरोप हैं, जिनपर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूट व फिरौती से सम्बंधित मामले हैं।

सभी प्रमुख दलों ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। इनमें समाजवादी पार्टी (सपा) ने 29 उम्मीदवारों (54 प्रतिशत) को, कांग्रेस ने 25 उम्मीदवारों (45 प्रतिशत) को, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 18 उम्मीदवारों (32 प्रतिशत) को, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 11 उम्मीदवारों (20 प्रतिशत) को, पीस पार्टी ने सात (32 प्रतिशत) को और अपना दल ने पांच (29 प्रतिशत) ऎसे उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। >सर्वाधिक आपराधिक मामले सपा उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा के खिलाफ हैं।

लखनऊ मध्य विधानसभा सीट से उम्मीदवार मेहरोत्रा के खिलाफ 17 आपराधिक मामले हैं। इनमें से सात गम्भीर प्रकृति के हैं, और इसमें हत्या का प्रयास करने जैसा मामला भी शामिल है। इस मामले में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। लखनऊ से कांगे्रस उम्मीदवार रमेश श्रीवास्तव के खिलाफ सात आपराधिक मामले हैं। इसमें हत्या का प्रयास करने का मामला भी शामिल है। इसी तरह सरनी से भाजपा उम्मीदवार धीरेंद्र बहादुर सिंह के खिलाफ आठ आपराधिक मामले हैं।

चौथे चरण के जिन 297 उम्मीदवारों का विश्£ेषण किया गया है, उनमें से 139 यानी 47 प्रतिशत अरबपति हैं। जबकि 2007 में 22 प्रतिशत अरबपति उम्मीदवार थे। चौथे चरण में सर्वाधिक सम्पत्ति वाले उम्मीदवारों में मानिकपुर सीट से सपा उम्मीदवार श्याम चरण गुप्ता (40.45 करो़ड रूपये), उसके बाद कुंडा से बसपा उम्मीदवार शिवप्रकाश मिश्र सेनानी (30.05 करो़ड रूपये), और विश्वनाथ गंज सीट से बसपा उम्मीदवार सिंधुजा मिश्र सेनानी (30.05 करो़ड रूपये) शामिल हैं।

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