वित्तीय वर्ष 2020-21 में क्षेत्रीय दलों को चंदे में 124.53 करोड़ रुपए मिले हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की ओर से देश के 54 दलों को चंदे में मिली रकम का विश्लेषण किया गया है।
चंदा देने वालों की संख्या 3051 हैं। इसमें सबसे अधिक 60.15 करोड़ (तकरीबन 50%) चंदा जदयू को मिला है। दूसरे स्थान पर डीएमके है जिसे 33.99 करोड़ रुपए मिले हैं। यहां बता दें कि रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल्स एक्ट 1991 के तहत राजनीतिक दलों को दान में मिले 20 हजार रुपए से अधिक की राशि का ब्यौरा सालाना चुनाव आयोग को जमा करना होता है।
हालांकि वित्तीय वर्ष 2020-21 में तीन क्षेत्रीय पार्टियां, डीएमके, एनपीएफ और एसडीएफ ने अपनी रिपोर्ट में 20 हजार से कम चंदे का भी विवरण दिया है। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा, एनडीपीपी, डीएमडीके तथा आसएलटीपी ने अपनी रिपोर्ट में 10 हजार से अधिक का कोई भी दान घोषित नहीं किया है। दान लेनेवाले में आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर है, उसे 11.32 करोड़ रुपए चंदे के रूप में मिले हैं। एडीआर के विश्लेषण के अनुसार कुल दानराशि का 91.38% यानी 113.79 करोड़ रुपए शीर्ष के पांच दलों ने ही एकत्रित किया है।
सबसे अधिक चंदा लेनेवाली देश की 10 क्षेत्रीय पार्टियां
जदयू 60.15 करोड़ डीएमके 33.93 करोड़ आप 11.32 करोड़ आईयूएमएल 4.16 करोड़ टीआरएस 4.15 करोड़ एआईएडीएमके 2.0 करोड़ एआईयूडीएफ 1.48 करोड़ एमएनएस 1.44 करोड़ एसएडी 1.29 करोड़ एसएएम 0.94 करोड़
जदयू के चंदे में 1 साल में 889% की वृद्धि
वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में 2020-21 में जदयू को मिले चंदे में 889% की वृद्धि हुई है। सबसे अधिक 1110% की वृद्धि द्वविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) की हुई है, तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) को मिले चंदे में 940% की वृद्धि हुई है। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा(जेएमएम), वाईएसआर कांग्रेस, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ), टीडीपी तथा शिवसेना ने दान के प्रतिशत में क्रमश: 100%, 99.97%,99.42%,99% तथा 98.90% की कमी आई है।
पार्टियों को 4.33 करोड़ रुपए की राशि बिना पैन के मिली
क्षेत्रीय दलों ने कुल प्राप्त दान का 3.47% यानी 4.33 करोड़ रुपए दानराशि बिना पैन नंबर के घोषित की है। 27 क्षेत्रीय दलों ने अपनी रिपोर्ट में दान घोषित किया है जिसमें 10 ने बिना पैन विवरण के भी दान दर्शाए हंै। चुनाव आयोग की एक अधिसूचना में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति या कंपनी जो नकदी के माध्यम से राजनीतिक दलों को चंदा देगी उसे कर में छूट नहीं दी जाएगी।
राजद और लोजपा सहित कई दलों की रिपोर्ट नहीं
राष्ट्रीय जनता दल (राजद), लोक जनशक्ति पार्टी,, बीजू जनता दल, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, सहित कई दलों ने चंदे के रूप में मिली राशि का ब्यौरा नहीं दिया है। रिपोर्ट के अनुसार 6 दलों ने ही अपनी रिपोर्ट निर्धारित समय सीमा के अंदर चुनाव आयोग को प्रस्तुत की है। 25 दलों ने 3 दिन से लेकर 167 दिन की देरी से दान रिपोर्ट जमा की है।