Source: 
Amar Ujala
Author: 
Date: 
12.01.2022
City: 
New Delhi

देश में 2010 से 2021 के बीच रजिस्टर्ड गैर मान्यता प्राप्त पार्टियों की संख्या दोगुने से अधिक हो गई। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने रिपोर्ट में जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 2010 में कुल 1,112 गैर मान्यता प्राप्त पार्टियां थीं, जो 2019 में बढ़कर 2,301 और 2021 में 2,858 हो गईं।

चुनाव के समय इन पंजीकृत पार्टियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 2018 से 19 के बीच जहां इनकी बढ़ोतरी 9.8 फीसदी थी, वहीं 2013 से 14 के बीच 18 फीसदी रही।एडीआर के अनुसार 2019-20 के लिए केवल 230 या 8.23 फीसदी दलों की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट और 2,796 पंजीकृत पार्टियों में से केवल 160 या 5.72 फीसदी की वार्षिक रिपोर्ट सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है।

वहीं 2022 के चुनावों के तहत 889 पंजीकृत मान्यता प्राप्त पार्टियों में से केवल यूपी, पंजाब और उत्तराखंड राज्य के 90 या 10.12 फीसदी दलों की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट राज्य सीईओ की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

2019-20 के दौरान पंजीकृत 90 पार्टियों में से केवल 25 ने बिना किसी देरी के अपनी ऑडिट रिपोर्ट जमा की है। इन 90 रजिस्टर्ड गैर मान्यता दलों ने 2019-20 की ऑडिट रिपोर्ट में कुल आय 840.25 लाख घोषित की है, जबकि 876.76 लाख खर्च बताया है। 


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