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News4 Nation
https://www.news4nation.com/news/adr-released-report-67-percent-of-bihar-s-honorable-have-criminal-cases-registered-717320
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N4N DESK : देश भर में आपराधिक छवि के सर्वाधिक 70 प्रतिशत विधायक केरल में हैं और सबसे कम पांच प्रतिशत नगालैंड में हैं. अलग- अलग राज्यों के 4001 विधायकों से जुड़े ब्योरा का अध्ययन कर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी ताजा रिपोर्ट आज जारी की है. रिपोर्ट के अनुसार बिहार के 67 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसमें भी गंभीर श्रेणी के अपराध वाले विधायकों की संख्या 50 प्रतिशत है. इस मामले में बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड, प. बंगाल और उत्तर प्रदेश की स्थिति अच्छी कही जा सकती है जहां बिहार से कम दागी विधायक हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, शैक्षणिक पैमाने पर बिहार के विधायकों की स्थिति संतोषजनक है. हालांकि, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश भी बिहार से कमजोर नहीं है. विधायकों की शिक्षा के मामले में उत्तर प्रदेश बिहार से आगे है जबकि झारखंड और प. बंगाल भी कमोवेश  बिहार के बराबर ही है.हत्या के आरोपी कुल 47 में से 17 विधायक बिहार के  देश में कुल 47 विधायक हत्याकांड में आरोपित हैं. उनमें से सर्वाधिक 17 बिहार से हैं और इसमें कांग्रेस को छोड़कर लगभग सभी प्रमुख दलों के विधायक शामिल हैं. राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा से एकमात्र राजू कुमार सिंह इस सूची में शामिल हैं. वे मुजफ्फरपुर जिला में साहेबगंज से विधायक हैं और राजद नेता तुलसी यादव के अपहरण में आरोपी बनकर अभी सुर्खियों में बने हुए हैं.वहीँ हत्या के प्रयास मामले में आरोपित देश के कुल 181 में बिहार के विधायकों की संख्या 31 है. एकमात्र सिद्धार्थ सौरव के कारण इस लपेटे में कांग्रेस भी आ जा रही. वे पटना जिला में बिक्रम से विधायक हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक शर्मनाक यह कि महिलाओं से अत्याचार में आरोपित 114 लोग भी चुनाव जीतकर देश की विभिन्न विधानसभाओं में पहुंच गए हैं. इनमें से 14 दुष्कर्म के आरोपी हैं. शर्मसार करने वाले इस आंकड़े से बिहार बच गया है, लेकिन राजबल्लभ यादव की हरकत यहां सहसा ही याद आ जाती है जो दुष्कर्म के आरोप में ही पिछली विधानसभा से अपनी सदस्यता गंवा चुके थे.पढ़ाई- लिखाई के पैमाने पर बिहार कभी कमतर नहीं रहा है. विधायकों के शैक्षणिक स्तर से भी इसकी पुष्टि होती है. राज्य के 62 प्रतिशत विधायक स्नातक और उससे अधिक योग्यता वाले हैं. झारखंड और प. बंगाल में भी यह प्रतिशत इतना ही है.

इस पैमाने पर 75 प्रतिशत की संख्या के साथ उत्तर प्रदेश आगे है. वहां पांचवीं कक्षा से कम योग्यता वाले विधायकों की संख्या मात्र दो प्रतिशत है, जबकि बिहार में चार प्रतिशत है. स्नातक व उससे अधिक योग्यता वाले सर्वाधिक 77 प्रतिशत विधायक मणिपुर में हैं और सबसे कम 46 प्रतिशत गुजरात में हैं.