भाजपा को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी समेत पांच दलों को मिले कुल चंदे से तीन गुना अधिक रकम दान में मिली है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
इसमें कहा गया है कि भाजपा को अमरावती नगर निगम से भी 4.80 लाख रुपये का दान मिला है। इस नगर निगम में मेयर और उपमेयर भाजपा से ही हैं। साथ ही पार्टी को कम से कम तीन दानकर्ताओं से जमीन भी चंदे के तौर पर मिली है।
एडीआर के मुताबिक, भाजपा द्वारा घोषित किया गया चंदा कांग्रेस, एनसीपी, सीपीआई, सीपीएम और तृणमूल कांग्रेस को मिले दान से तीन गुना अधिक है। भाजपा को 785.77 करोड़ जबकि इन पांच दलों को मात्र 228.035 करोड़ रुपये ही चंदा मिला।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमरावती नगर निगम से मिले चंदे के संदर्भ में भाजपा ने न तो पता, न बैंक का नाम, न पैन और न अन्य कोई जानकारी उपलब्ध कराई है।
इसमें केवल महाराष्ट्र सरकार के स्थानीय संस्था को दानकर्ता के तौर पर दिखाया गया है। इससे नगर निगम द्वारा दी राशि की वैधता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि इस पर एक राजनीतिक पार्टी भाजपा का शासन है।
हर दल ने दानकर्ताओं के बारे में दी आधी अधूरी जानकारी
भाजपा ने 149.875 करोड़ रुपये के 570 दान, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने 7.1035 करोड़ रुपये के 52, कांग्रेस ने 2.6875 करोड़ रुपये के 25 और एनसीपी ने 3.005 करोड़ के दो दान हासिल किए। हालांकि इन दानों के संदर्भ में चेक, डीडी की जानकारी भी आधी अधूरी दी गई है।
इनमें बैंक डिटेल, कब मिले और कब भुनाए गए आदि की तिथियों का भी जिक्र नहीं है। सीपीएम और सीपीआई भी दानकर्ताओं के चेक या डीडी की डिटेल नहीं दे सका। सीपीएम को 1.0786 करोड़ का दान 39 दानकर्ताओं और सीपीआई को 52.17 लाख का दान 29 दानकर्ताओं की ओर से मिला।
बिहार के झंझारपुर में भाजपा को दान में मिली जमीन
रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने तीन दानकर्ताओं की ओर से जमीन मिलना घोषित किया है। इन जमीनों की कीमत करीब 1.516 करोड़ आंकी गई है। इसमें कहा गया है कि ये तीनों दान बिहार में झंझारपुर से हैं। इन जमीनों की कीमत क्रमश: 36.80 लाख, 50 लाख और 64.88 लाख रुपये है। दानकर्ताओं के नाम, जगह और एक दानकर्ता के पैन की जानकारी के अलावा कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई है।