नई दिल्ली। ओडि़शा में आम चुनाव के साथ ही 147 में से 146 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव हुए। इस चुनाव में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल ने 112 सीटों पर जीत दर्ज की। भाजपा ने 23 और कांग्रेस ने नौ सीटें जीती, जबकि एक-एक सीट वाम दल और निर्दलीय उम्मीदवार को मिली। इन नवनिर्वाचित 146 विधायकों में से 67 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे ज्यादा बीजद के विधायक हैं। संपत्ति के मामले में भी सबसे ज्यादा बीजद के विधायक करोड़पति हैं। प्रदेश के मुखिया नवीन पटनायक के पास 64 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स(एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार इन 46 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले पेंडिंग हैं। इनमें से 49 विधायक (35 फीसदी) गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी हैं। इनपर हत्या, जानलेवा हमला, अपहरण जैसे मामले दर्ज हैं। दो विधायकों पर हत्या और 11 विधायकों पर हत्या के प्रयास का आरोप है। वहीं, साल 2014 में हुए चुनाव के बाद निर्वाचित विधायकों में से 35 फीसदी यानि कि 42 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज थे। आपराधिक मामलों का पार्टीवार आंकड़ा देखें तो आपराधिक मामलों के आरोपी विधायकों में बीजद सबसे आगे है। बीजद के 112 विधायकों में से 46 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 33 पर गंभीर आरोप हैं। वहीं भाजपा के 23 में से 14 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 10 गंभीर मामलों के आरोपी हैं। कांग्रेस के नौ में से छह विधायक आपराधिक मामलों के आरोपी हैं। ओडि़शा के नवनिर्वाचित विधायक संपत्ति के मामले में भी रईस हैं और इनकी औसत संपत्ति 4.41 करोड़ है। यहां के 146 विधायकों में से 65 फीसदी यानि कि 95 विधायक करोड़पति हैं।
- "प्रजा ही प्रभु है"
- "No Office in this land is more important than that of being a citizen - Felix Frankfurter"