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जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : आर्थिक रूप से पिछड़ा कहे जाने वाले राज्य ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत सरकार के 13 मंत्री करोड़पति हैं। ओडिशा इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफा‌र्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा मंत्रिमंडल में मंत्रियों की औसत संपत्ति 2014 में 2.27 से बढ़कर 2019 में 7.34 करोड़ हो गई है। वहीं 2014 के मंत्रिमंडल में गंभीर आपराधिक मामलों के साथ चार मंत्री थे। अब यह संख्या बढ़कर सात हो गई है। हालाकि दोनों मंत्रिमंडलों में महिला सदस्यों की संख्या दो पर स्थिर रही। जबकि 2014 में 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। ओडिशा कैबिनेट में अब 21 मंत्री हैं। जिन मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं उनमें सुदाम मराडी, सुशात सिंह, प्रफुल्ल कुमार मल्लिक, समीर रंजन दास, प्रताप जेना, दिब्या शकर मिश्रा, जगन्नाथ सारका और ज्योति शामिल हैं। ओडिशा के कैबिनेट मंत्रियों ने अपनी संपत्ति में 7.34 करोड़ रुपये की वृद्धि की है।

एडीआर रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सबसे अधिक धनवान हैं। उनकी कुल संपत्ति 63 करोड़ 87 लाख, 41 हजार 816 रुपये है। इसके बाद स्वास्थ मंत्री नवकिशोर दास और पंचायती राज व पेयजल, आवास व नगर विकास मंत्री प्रताप जेना का नाम आता है। नव किशोर दास के पास 33 करोड़ 63 लाख तथा प्रताप जेना के पास साढ़े नौ करोड़ की संपत्ति है। इसी तरह अशोकचंद्र पंडा की संपत्ति 8.52 करोड़, दिव्यशंकर मिश्रा 8.02 करोड़, टुकुनी साहू 4.51 करोड़, निरंजन पुजारी 3.97 करोड़, बिक्रम केसरी आरुख 3.82 करोड़, रघुनंदन दास 3.05 करोड़, राजेंद्र प्रताप स्वांई 2.89 करोड़, सुदाम मरांडी 2.46 करोड़, समीर रंजन दास 2.43 करोड़ एवं पद्मनाभ बेहरा 2.30 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। नवीन सरकार ने तुषारिकांत बेहरा सबसे गरीब मंत्री हैं जिनकी कुल संपत्ति 24.16 लाख है। इसके अलावा आमचुनाव- 2019 में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टी के दो-दो विधायक ऐसे भी हैं जो अपना चुनाव एक हजार से भी कम मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।