कर्नाटक विधानसभा 2018, विधायक, विधायक, करोड़पति, क्रिमिनल केस", "articleBody":"नई दिल्ली। कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर दो पार्टियों में बीच सियासी युद्ध की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस और बीजेपी सरकार बनाने के लिए जोड़ आजमाइश कर रही है। इस बीच कर्नाटक विधानसभा में चुनकर आए नए विधायकों को लेकर रोचक आंकड़े सामने आए हैं। इस बार विधानसभा पहुंचे करीब एक चौथाई विधायकों पर संगीन आरोप लगे हैं तो 97 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। दागी विधायकों की लिस्ट में बीजेपी नंबर 1 पर है। कर्नाटक इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के मुताबित इस बार विधानसभा की 222 सीटों में से 221 सीटों पर विजयी उम्मीदवारों के हलफनामों की जांच करने पर पाया गया कि लगभग एक तिहाई से अधिक विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है। 77 विधायक ऐसे हैं जो किसी न किसी आपराधिक मामलों में फंसे है। जबकि 54 विधायकों के खिलाफ हत्या और अपहरण जैसे संगीन आरोप दर्ज है। रिपोर्ट के मुताबिक विधानसभा पहुंचे विधायसभा पहुंचें नए विधायकों में 77 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है, जिसमें सबसे ज्यादा विधायक बीजेपी के है। बीजेपी के 103 विधायकों में से 41 प्रतिशत यानी कि 42 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है। वहीं कांग्रेस दूसरे नंबर पर है। कांग्रेस के 78 में से 23 विधायक और जेडीएस के 37 में से 11 विधायक इस श्रेणी के हैं। भाजपा के 29 विधायक, कांग्रेस के 17 और जेडीएस के आठ विधायकों के खिलाफ संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज है। इस विधानसभा में पहुंचे 97 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति है। 221 विधायकों में से 215 विधायक करोड़पति है। इन विधायकों की औसत संपत्ति 34.59 करोड़ रुपए हैष करोड़पति विधायकों में कांग्रेस के 11, जेडीएस के 3 , बीजेपी और केपीजेपी के 1-11 विधायक शामिल हैं, जिसकी संपत्ति 100 करोड़ से अधिक है। कांग्रेस के एन नागाराजू की संपत्ति 1015 करोड़ रुपए है और वो कर्नाटक विधानसभा के सबसे धनी विधायक है। वहीं कांग्रेस के डीके शिवकुमार की संपत्ति 840 करोड़ रुपए है। जबकि कांग्रेस के बीएस सुरेश के पास 416 करोड़ की संपत्ति है। सबसे कम संपत्ति वाले विधायकों में भाजपा के एस ए रामदास की है। उनके पास करीब 39 लाख रुपए की कुल संपत्ति है। वहीं जदएस के एएस रवीन्द्र और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के एन महेश इस लिस्ट में दूसरे और तीसरे पायदान पर हैं। जिसके पास क्रमश: 68 और 75 लाख की कुल संपत्ति है। इस साल चुनकर विधानसभा पहुंचे 16 विधायकों की उम्र 25 से 40 साल, 138 विधायकों की उम्र 41 से 60 और 64 की उम्र-सीमा 61 से 80 साल से ऊपर है। वहीं 3 विधायकों की उम्र 80 साल से अधिक है। इस बार 7 महिलाएं जीतकर कर्नाटक विधानसभा आई हैं। जबकि पिछली विधानसभा के 94 विधायक फिर से जीतकर आये हैं
- "प्रजा ही प्रभु है"
- "No Office in this land is more important than that of being a citizen - Felix Frankfurter"