Source: 
Author: 
Date: 
16.10.2020
City: 

नई दिल्ली: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2018-19 में अलग-अलग प्राइवेट कंपनी व उनके मालिक द्वारा दिए गए राजनीतिक चंदा को लेकर तैयार रिपोर्ट सार्वजनिक किया है। 

टीओई की मानें तो एडीआर रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वित्त वर्ष 2018-19 में सबसे अधिक राजनीतिक चंदा प्राप्त हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के बाद कांग्रेस दूसरे नंबर की पार्टी है जिसे वर्ष 2018-19 में सर्वाधिक कॉरपोरेट चंदा मिला है। 

मिल रही जानकारी के मुताबिक, कॉर्पोरेट और उद्योग घरानों से कम से कम 2018-19 के दौरान 876 करोड़ रुपये का चंदा मिला और बीजेपी को इसमें सर्वाधिक धन मिला है। 

भाजपा को कितना चंदा एक साल में मिला है?

बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सार्वजनिक किये गये आंकड़ों के हवाले से कहा कि बीजेपी को 698 करोड़ रुपये मिले हैं। वहीं, दूसरे नंबर पर मौजूद कांग्रेस को कुल 122.5 करोड़ रुपये मिले हैं। सभी राजनीतिक दलों को एक वित्त वर्ष में 20,000 रुपये से अधिक के चंदे और दानदाता के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी देनी होती है।

इसी के तहत दिए गए चंदा से जुड़े डेटा के विश्लेषण करने के बाद भारतीय चुनाव आयोग व एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने रिपोर्ट सार्वजनिक किया है। यहां बता दें कि 20 हजार से कम चंदा देने वालों की सूची में भी किसी दूसरे दल की तुलना भाजपा को अधिक लोगों ने दान किया है। एडीआर के विश्लेषण के अनुसार, 2004-12 और 2018-19 की अवधि में कॉरपोरेट्स से राष्ट्रीय दलों को दिए जाने वाले दान की तुलना करें तो इसमें 131% की वृद्धि दर्ज हुई है।

बीजेपी को 1573 कॉर्पोरेट दानदाताओं से मिला चंदा-

पांच राष्ट्रीय दलों में से बीजेपी को 1,573 कॉर्पोरेट दानदाताओं से अधिकतम 698.082 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जिसके बाद कांग्रेस को 122 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 122.5 करोड़ रुपये का कुल चंदा मिला।

इसके अलावा, NCP को 17 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 11.345 करोड़ रुपये मिले। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 319 चंदों के बारे में दानदाता फॉर्म में पते की जानकारी नहीं है, जिनसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 31.42 करोड़ रुपये मिले।

© Association for Democratic Reforms
Privacy And Terms Of Use
Donation Payment Method