Date: 
21.11.2017

साल 2011-12 से 2015-16 के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को गुजरात में दूसरी  पांच राजनीतिक पार्टियों के कुल चंदे से करीब चार गुना ज्यादा चंदा मिला। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अध्ययन के अनुसार बीजेपी को इस दौरान कुल 80.45 करोड़ रुपये चंदा मिला। ये चंदा 2186 दानदाताओं ने दिये हैं। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार राजनीतिक दलों को 20 हजार रुपये से ज्यादा चंदे की जानकारी आयोग को देनी होती है। वहीं कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, बीएसपी और एनसीपी को गुजरात से इस दौरान कुल मिलाकर 17.10 करोड़ रुपये ही चंदा मिला। गुजरात से बीजेपी को मिला चंदा उसे दूसरे राज्यों से मिले चंदे से ज्यादा है। बीजेपी को इस दौरान मिले कुल राजनीतिक चंदे 801.675 करोड़ रुपये का करीब 10 प्रतिशत उसे केवल गुजरात से मिला। बीजेपी को गुजरात से करीब 97.55 करोड़ रुपये चंदा मिला। गुजरात से सभी राष्ट्रीय पार्टियों को मिले चंदे का ये करीब 82 प्रतिशत है। पांच अन्य राष्ट्रीय दलों को गुजरात से मिले कुल चंदे का ये 4.7 गुना है।

बीजेपी के अलावा बाकी पांच राष्ट्रीय दलों में गुजरात से सबसे ज्यादा चंदा कांग्रेस को मिला। इन पांच दलों को मिले कुल 17.10 करोड़ रुपये में से करीब 14.09 करोड़ रुपये कांग्रेस को मिले। कांग्रेस को ये चंदा कुल 53 दानदाताओ से मिला। सीपीएम को करीब तीन करोड़ रुपये, सीपीआई को करीब एक करोड़ रुपये और एनसीपी और बीएसपी ने इस दौरान गुजरात से 20 हजार रुपये से अधिक राशि के चंदा न मिलने की बात कही। इन पांच सालों में राजनीतिक दलों को चंदा देने के मामले में सबसे आगे कार्पोरेट घराने रहे। सबसे अधिक चंदा टोरेंट पावर नामक कंपनी ने दिया। इस कंपनी में पांच साल में करीब 23 करोड़ रुपये राजनीतिक दलों को चंदा दिया जिसमें से 13.62 करोड़ रुपये बीजेपी को, 5.5 करोड़ रुपये कांग्रेस को और एक करोड़ रुपये एनसीपी को दिया। टोरेंट फार्मा नामक कंपी ने बीजेपी को नौ करोड़ रुपये, कांग्रेस को 3.50 करोड़ रुपये और एनसीपी को एक करोड़ रुपये दान दिया। कैडिला हेल्थकेयर ने बीजेपी को 2.60 करोड़ रुपये, कांग्रेस को एक करोड़ रुपये और एनसीपी को एक करोड़ रुपये चंदे के तौर पर दिया

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने सोमवार (20 नवंबर) को राजकोट पश्चिमी विधानसभा सीट से अपना पर्चा दाखिल करते समय अपने पास 9.08 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की घोषणा की। इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार इंद्रानील राज्यगुरु ने अपने पास 141.22 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की घोषणा की है। रुपानी की संपत्तियों में उनकी पत्नी के नाम की चल एवं अचल संपत्तियां भी शामिल हैं। वर्ष 2014 में जब वह उपचुनाव लड़े थे तब उन्होंने 7.21 करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक होने की घोषणा की थी। हलफनामे के अनुसार मुख्यमंत्री के पास नकद और गहने मिलाकर 3.45 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है जबकि उनकी पत्नी अंजलिबेन के पास 1.97 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। रुपानी 3.83 लाख रुपये के आभूषण के मालिक और उनकी पत्नी 14.11 लाख रुपये के गहने की मालकिन हैं। उनके पास इनोवा कार और पत्नी के पास मारुति वैगन आर कार हैं।

रुपानी दंपति के पास 3.65 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति हैं जिनमें भूखंड और आवासीय संपत्तियां आदि शामिल हैं। वर्ष 2016-17 के आईटी रिटर्न के अनुसार रुपानी की वार्षिक आय 18.01लाख रुपये है जबकि उनकी पत्नी की वार्षिक आय 3.37 लाख रुपये है। रुपानी के कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी राज्यगुरु 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव में दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार थे। उस वक्त उनके पास 122 करोड़ रुपये की संपत्ति थी।

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