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Source
आज तक
https://www.aajtak.in/india/gujarat/story/criminal-case-against-40-mlas-in-gujarat-one-bjp-mla-accused-in-rape-case-adr-report-ntc-1592979-2022-12-11
Author
Aajtak.in
Date
City
Ahmedabad

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और गुजरात इलेक्शन वॉच ने सभी 182 विधायकों के चुनावी हलफनामे का एनालिसिस किया है. रिपोर्ट के अनुसार, 40 नवनिर्वाचित विधायकों के खिलाफ आपराधिक केस पेंडिंग चल रहे हैं. एडीआर के एनालिसिस से पता चलता है कि इन 40 विधायकों में से 29 सदस्य (कुल 182 में से 16 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक केसों में फंसे हैं.

गुजरात में विधानसभा चुनाव हो गया है. बीजेपी ने लगातार 7वीं बार सत्ता में वापसी की है. इस बार विधानसभा पहुंचने वाले 182 विधायकों में से 40 MLA आपराधिक केसों में फंसे हैं. बीजेपी के एक विधायक रेप के केस में आरोपी हैं. जबकि कांग्रेस, AAP और बीजेपी के एक-एक विधायक छेड़खानी के केस में आरोपी हैं. हालांकि, पिछली बार की तुलना में इस साल के चुनावों में क्रिमिनल केसों में आरोपी माननीयों की संख्या में कमी आई है.

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और गुजरात इलेक्शन वॉच ने सभी 182 विधायकों के चुनावी हलफनामे का एनालिसिस किया है. रिपोर्ट के अनुसार, 40 नवनिर्वाचित विधायकों के खिलाफ आपराधिक केस पेंडिंग चल रहे हैं. एडीआर के एनालिसिस से पता चलता है कि इन 40 विधायकों में से 29 सदस्य (कुल 182 में से 16 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक केसों में फंसे हैं. इनमें मर्डर और रेप की कोशिश जैसे संगीन आरोप हैं. इन 29 सदस्यों में से 20 बीजेपी के हैं, 4 कांग्रेस, 2 आम आदमी पार्टी, 2 निर्दलीय और एक समाजवादी पार्टी का है.

गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आए थे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रिकॉर्ड 156 सीटें जीती हैं. कांग्रेस ने 17 सीटें और आप ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है. एडीआर की स्टडी में बीजेपी के 156 विधायकों में से 26 (17 प्रतिशत), कांग्रेस के 17 विधायकों में से 9 (53 प्रतिशत), आप के 5 में से 2 विधायक (40 प्रतिशत), 3 निर्दलीयों में से 2 (68 प्रतिशत) और एकमात्र समाजवादी पार्टी के विधायक कांधल जडेजा ने खुद के खिलाफ आपराधिक केस पेंडिंग होने की घोषणा की है.

2017 में 47 विधायकों पर केस पेंडिंग थे

बताते चलें कि एडीआर ने गुजरात में सभी 182 नवनिर्वाचित विधायकों के हलफनामों का एनालिसिस करने के बाद रिपोर्ट तैयार की है. स्टडी में कहा गया है कि 2017 की तुलना में आपराधिक मामलों का सामना करने वाले विधायकों की संख्या में कमी आई है. पहले 47 निर्वाचित सदस्य आपराधिक केसों का सामना कर रहे थे.

तीन विधायकों पर हत्या की कोशिश का आरोप

तीन विधायकों ने चुनावी हफलनामे में घोषित किया है कि वे आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) के तहत केस का सामना कर रहे हैं. ये उम्मीदवार वंसदा से कांग्रेस विधायक अनंत पटेल, पाटन से कांग्रेस विधायक किरीट पटेल और ऊना से बीजेपी विधायक कालूभाई राठौड़ हैं.

ये विधायक महिलाओं से संबंधित अपराधों में आरोपी

स्टडी से यह भी पता चलता है कि 4 विधायक आईपीसी की धारा 354 (महिलाओं का अपमान/छेड़खानी) या धारा 376 (रेप) के तहत केसों में फंसे हैं. इन विधायकों पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित केस दर्ज हैं. इन 4 में से बीजेपी के जेठा भरवाड़ पर रेप का आरोप है. जबकि कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी, बीजेपी विधायक जनक तलविया और आप विधायक चैत्र वसावा पर आईपीसी की धारा 354 के तहत आरोप लगे हैं.