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Source
Sakshi Khabar
https://sakshikhabar.com/?p=2970
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केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी को वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 720 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।

पार्टी ने चुनाव आयोग को सौंपे दस्तावेज में ये खुलासा किया है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा को मिला चंदा अन्य चार राष्ट्रीय दलों (कांग्रेस, आप, सीपीएम और एनपीपी) को मिले कुल चंदे से पांच गुना से भी ज्यादा है।

एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 12,167 दाताओं ने सभी राष्ट्रीय दलों को कुल 850.438 करोड़ रुपये चंदा दिए हैं।

ये दान 20,000 रुपये से अधिक के हैं। चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक 20,000 रुपये से अधिक राशि के दान का विवरण आयोग को देना अनिवार्य होता है। इसलिए ये आंकड़े इसी सीमा रेखा से ऊपर की चंदा राशि के हैं। 

देश की छठी राष्ट्रीय पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कहा है कि उसे वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 20,000 रुपये से अधिक एक भी चंदा नहीं प्राप्त हुआ है। बसपा पिछले 17 वर्षों से लगातार ऐसी ही घोषणा करती आ रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022-23 के दौरान भाजपा को कुल 7,945 दाताओं से कुल 719.858 करोड़ रुपये का चंदा मिला है, जबकि कांग्रेस को सिर्फ  894 दाताओं से ही चंदा मिल सका है।

कांग्रेस को कुल 79.924 करोड़ रुपये का ही चंदा मिल सका है, जो भाजपा को मिले कुल चंदे का करीब 10 फीसदी से कुछ ही ज्यादा है।  एनपीपी पूर्वोत्तर की एकमात्र राजनीतिक पार्टी है जिसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल है।

एडीआर ने यह भी बताया कि दिल्ली से राष्ट्रीय पार्टियों को कुल 276.202 करोड़ रुपये का चंदा मिला है, जबकि  गुजरात से 160.509 करोड़ रुपये और महाराष्ट्र से 96.273 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान राष्ट्रीय पार्टियों के चंदे में पिछले साल 2021-22 की तुलना में 91.701 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। यह पिछले वित्त वर्ष से 12.09 फीसदी अधिक है।

एडीआर के मुताबिक, भाजपा को  वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 614.626 करोड़ रुपये मिले थे, जो वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान बढ़कर 719.858 करोड़ रुपये हो गया।

यह पिछले साल की तुलना में 17.12 फीसदी अधिक है। हालाँकि, वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पार्टी के चंदे में 41.49 प्रतिशत की कमी आई थी।

कांग्रेस के चंदे में वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 2022-23 में 16.27 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले वित्तीय वर्ष में यह 95.459 करोड़ रुपये थी जो 2022-23 में गिरकर 79.924 करोड़ रुपये रह गई है।

हालांकि, 2020-21 के मुकाबले 2021-22 में कांग्रेस को मिले दान में 28.09 फीसदी की उछाल आई है। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में सीपीएम को 39.56 फीसदी और आप को 2.99 फीसदी कम चंदा मिला है।