ADR Report 2024: पहले नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र के अनुसार एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने एक रिपोर्ट तैयार की है. इससे पता चलता है कि पहले चरण के चुनाव में कुल 1,625 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें से 1618 उम्मीदवारों के शपथ पत्र का विश्लेषण किया गया है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब प्रचार-प्रसार जोड़ पकड़ने के साथ ही 19 अप्रैल को 21 राज्यों की 102 सीटों पर मतदान होगा. इससे पहले नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र के अनुसार एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने एक रिपोर्ट तैयार की है. इससे पता चलता है कि पहले चरण के चुनाव में कुल 1,625 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें से 1618 उम्मीदवारों के शपथ पत्र का विश्लेषण किया गया है.
एडीआर के विश्लेषण से पता चलता है कि 1618 उम्मीदवारों में से 16 प्रतिशत ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके अलावा करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या करीब 28 प्रतिशत बताई गई है. एडीआर की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इन 102 सीटों में से 42 ऐसी हैं, जहां तीन या इससे भी अधिक उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. आइए जान लेते हैं कि पहले चरण में किन उम्मीदवारों के पास सबसे अधिक संपत्ति है और किन पर ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. एडीआऱ ने कहा है कि सात उम्मीदवारों का शपथ पत्र स्पष्ट नहीं है. इसलिए उनका विश्लेषण नहीं किया गया है.
पहले चरण के उम्मीदवारों में नकुलनाथ के पास सबसे ज्यादा संपत्ति
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट में बताया गया है कि पहले चरण के कुल उम्मीदवारों में से 450 करोड़पति हैं. इनकी औसत संपत्ति करीब 4.51 करोड़ रुपए है. इनमें से भी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ के पास सबसे ज्यादा संपत्ति है. मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार नकुलनाथ ने शपथ पत्र में बताया है कि उनके पास 716 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है.
इनके बाद तमिलनाडु की इरोडे सीट से अन्नाद्रमुक के प्रत्याशी अशोक कुमार का नाम आता है. अशोक कुमार ने अपने पास 662 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है. अमीर उम्मीदवारों में तीसरे स्थान पर तमिलनाडु से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी देवनाथन यादव टी हैं. शिवगंगा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार देवनाथन के पास 304 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है. इसके साथ ही इस चरण में 10 प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है. यानी उनके पास कोई संपत्ति ही नहीं है.
इस उम्मीदवार के पास हैं केवल 320 रुपए
एडीआर की रिपोर्ट में सबसे कम संपत्ति वाले उम्मीदवारों के नाम भी बताए गए हैं. इनमें तमिलनाडु की थूथुकुड़ी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पूनराज के ने अपने पास कुल 320 रुपए बताए हैं. इसी तरह से महाराष्ट्र की रामटेक सुरक्षित सीट से निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिक गेंदलालजी डोके ने अपने पास 500 रुपए होने की जानकारी दी है. तमिलनाडु की चेन्नई उत्तर सीट से निर्दलीय सुरियामुथु ने भी अपने पास 500 रुपए की संपत्ति की जानकारी दी है.
102 सीटों के कुल उम्मीदवारों में से 26 निरक्षर
इस चरण में 639 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं से 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है. 836 उम्मीदवारों ने बताया है कि उन्होंने स्नातक या उससे ज्यादा की पढ़ाई की है. 77 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने डिप्लोमा हासिल किया है, जबकि 36 उम्मीदवार साक्षर और 26 असाक्षर हैं. चार उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है.
पार्टियों ने आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशी भी उतारे
एडीआर ने यह भी बताया है कि किस पार्टी में कितने दागी उम्मीदवार खड़े हैं, जिन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. बिहार में लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ने पहले चरण के चुनाव में चार उम्मीदवार खड़े किए हैं और इन सभी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. ऐसे ही एमके स्टालिन की पार्टी डीएमके ने 13, अखिलेश यादव की अध्यक्षता वाली समाजवादी पार्टी ने 3, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 2, भाजपा ने 28 और कांग्रेस ने आपराधिक मामले वाले 19 उम्मीदवार पहले चरण के चुनाव में उतारे हैं.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म की रिपोर्ट में कहा गया है कि लालू यादव की पार्टी के चार में से दो, स्टालिन की पार्टी डीएमके के छह, समाजवादी पार्टी के दो, तृणमूल के पांच, भाजपा के 14, अन्नाद्रमुक के छह, कांग्रेस के आठ और बसपा के आठ उम्मीदवारों ने खुद पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की बात शपथ पत्र में कही है.
इतने उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले
कुल उम्मीदवारों की बात करें तो जिन 1618 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया है, उनमें से 252 ने अपने ऊपर आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है. इनमें से 161 ने खुद के ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जो करीब 10 फीसदी है. 15 उम्मीदवारों ने खुद पर दोषसिद्धि वाले मामले बताए हैं. सात उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन पर हत्या का मामला चल रहा है. 19 पर हत्या के प्रयास का मामला है. 18 उम्मीदवारों ने बताया है कि उन पर महिलाओं पर अत्याचार से संबंधित मामले चल रहे हैं. इनमें से भी एक पर ब्लात्कार का मुकदमा चल रहा है. 35 प्रत्याशियों ने खुद पर भड़काऊ भाषण का मामला दर्ज बताया है.