Source: 
ETV Bharat
https://www.etvbharat.com/hi/!state/lok-sabha-election-2024-41-candidates-crorepati-in-fourth-phase-in-up-even-those-with-zero-assets-are-contesting-elections-ups24050500385
Author: 
ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Date: 
05.05.2024
City: 
Lucknow

लोकसभा चुनाव 2024 के दो चरणों को वोटिंग हो चुकी है. अब तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होनी है. नामांकन के दौरान प्रत्याशियों की ओर से घोषित आय में कई करोड़पति हैं तो कुछ ने खुद को बिना संपत्ति वाला बताया है.

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने यूपी लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में 13 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले सभी 130 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया. ये अकबरपुर, बहराइच, धौराहरा, इटावा, फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, कानपुर, खीरी, मिश्रिख, शहजहांपुर, सीतापुर और उन्नाव से चुनाव लड़ रहे हैं. उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 130 में से 36 (28 %) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इनमें से 23% उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए गए हैं.

आपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों का दलवार विवरण देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी के 13 में से 4 (31%), बहुजन समाज पार्टी के 13 में से 5 (38%) समाजवादी पार्टी के 11 में से 7 (64%) , कांग्रेस के 2 में से 2 (100%) , सरदार पटेल सिद्धांत पार्टी 4 में से 1 (25%) , राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के 3 में से 2 (67%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

उम्मीदवारों द्वारा घोषित गंभीर आपराधिक मामलों में भारतीय जनता पार्टी के 31%, बहुजन समाज पार्टी के 38 %, समाजवादी पार्टी के 36 %, कांग्रेस के 100%, सरदार पटेल सिद्धांत पार्टी के 25 %, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के 33%, उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

आलोक मिश्रा जो कानपुर से कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं, उनके ऊपर 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं, दूसरे नम्बर पर देवेंद्र सिंह अलियास हैं जो अकबरपुर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हैं, इनके ऊपर 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं. तीसरे नंबर पर श्याम किशोर अवस्थी जो बहुजन समाज पार्टी से धौराहरा के उम्मीदवार हैं, उनके ऊपर 4 आपराधिक मामले पंजीकृत हैं.

यूपी इलेक्शन वॉच एडीआर राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि हम करोड़पति उम्मीदवारों की बात करे तो 130 में से 53 यानी 41% उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसमें भारतीय जनता पार्टी के 13 में से 13 (100%), बहुजन समाज पार्टी के 13 में से 10 (77 %), समाजवादी पार्टी के 11 में से 10 (91%), कांग्रेस के 2 में से 2 (100 %) उम्मीदवार करोड़पति हैं.

उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण के उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3 .54 करोड़ है. मुख्य दलों में भारतीय जनता पार्टी के 13 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 9 करोड़ है. बहुजन समाज पार्टी के 13 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3 .67 करोड़ है. समाजवादी पार्टी के 11 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 16 .71 करोड़ है. कांग्रेस के 2 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 19 करोड़ है.

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के प्रत्याशियों में उन्नाव से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं अन्नु टंडन हैं. उनकी संपत्ति लगभग 79 करोड़ के आसपास है. इसी तरह से अखिलेश यादव, कन्नौज से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति 42 करोड़ है. कानपुर लोकसभा सीट से आलोक मिश्रा , कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनकी संपत्ति लगभग 35 करोड़ के आसपास हैं. खीरी निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश रिपब्लिकन पार्टी की एक उम्मीदवार कुमारी पंचशिला आनंद ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की हैं. 4 उम्मीदवारों ने अपना पैन घोषित नहीं किया है.

लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में 130 में से 37 (28 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है. 85 (65 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है. 1 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है. 5 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 2 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है.

अगर हम चौथे चरण में उम्मीदवारों की आयु की बात करे तो 130 में से 46 (35 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 64 (49 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है. 20 (15 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है.

उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में 16 (12 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रहीं हैं. मुख्य संयोजक यूपी इलेक्शन वॉच एडीआर संजय सिंह ने कहा कि सभी दल महिलाओं को टिकट देने में कंजूसी कर रहे हैं. अब तक के चार चरणों में महिलाओं को टिकट देने में पार्टियों ने रुची नहीं दिखाई है. संसद में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का बिल पास हो गया है, ऐसी परिस्थिति में भी इतने कम टिकटों को देकर राजनीतिक दल महिलाओं के प्रति उदासीनता दिखा रहे हैं.

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