छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए 1101 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनके भाग्य का फैसला इस महीने की 20 तारीख को मतदाता करेंगे। राज्य में चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दल धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के निर्वाचन वाले 72 विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन पत्रों की समीक्षा के बाद कुल 1,249 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र विधिमान्य पाए गए। दूसरे चरण के निर्वाचन के लिए 26 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के बाद से दो नवंबर तक चली नामांकन दाखिले की प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा कुल 2,655 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। दोनों चरणों में 1291 उम्मीदवार
सोमवार पांच नवंबर को नामांकन वापस लेने की अंतिम के बाद कुल 1,101 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। दूसरे चरण के निर्वाचन के लिए 19 जिलों की 72 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को मतदान और 11 दिसंबर को मतगणना होगी। राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान होगा। दोनों चरणों में कुल 1,291 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। पहले चरण के तहत, नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिलों और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के दो सदस्यों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला के भाग्य का फैसला होगा।
वहीं दूसरे चरण में राज्य के नौ मंत्री रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर पश्चिम से राजेश मूणत, बिलासपुर से अमर अग्रवाल, बैकुंठपुर से भैयालाल राजवाड़े, प्रतापपुर से रामसेवक पैकरा, मुंगेली से पुन्नूलाल मोहिले, भिलाई नगर से प्रेम प्रकाश पांडेय, नवागढ़ से दयालदास बघेल और कुरूद से अजय चंद्राकर चुनाव मैदान में हैं। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धर्मलाल कौशिक बिल्हा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
दूसरे चरण में ही पाटन से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल, अंबिकापुर से विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव, दुर्ग ग्रामीण से कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू और सक्ती से पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।