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Date: 
16.12.2018
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छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बड़ी जीत के बाद रविवार को सीएम के नाम का एलान होगा। इस दौरान विधायकों की संपत्ति का मुद्दा भी उठ रहा है। आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बीते 15 सालों में इस बार सबसे अधिक यानी 68 विधायक करोड़पति है, जो चुनकर गए हैं।  

इस बात की जानकारी छत्तीसगढ़ इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में दी गई है। एडीआर ने राज्य में 90 नवविर्वाचित विधायकों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार राज्य में इस बार हुए चुनावों में  68 में से 48 विधायक ऐसे हैं जो करोड़पति हैं। यानी 2018 में 76 फीसदी विधायक करोड़पति हैं।

2013 में 74 फसदी थी संख्या

साल 2013 में चुनकर आए विधायकों में केवल 74 फसदी ही ऐसे थे जो करोड़पति हैं। तब 90 में से 67 विधायक करोड़पति थे। इससे पहले साल 2008 में 30 विधायक यानी 35 फीसदी करोड़पति विधायक चुने गए थे।

भाजपा और अन्य पार्टियों के इतने विधायक हैं करोड़पति

रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के 15 में से 14 विधायक करोड़पति हैं। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सभी पांच विधायक और बहुजन समाज पार्टी के दो में से एक विधायक करोड़पति हैं। रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस विधायक टीएस सिंहदेव के पास पांच सौ करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। इसके अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक देवव्रत सिंह 119 करोड़ रूपये से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं। वहीं कांग्रेस विधायक अमितेष शुक्ला के पास 74 करोड़ रूपये से अधिक की संपत्ति है। 

टीएस सिंहदेव और देवव्रत सरगुजा खैरागढ़ राजघराने से हैं। विधानसभा में चुनकर आए शकुंतला साहू पांच लाख 75 हजार रूपये से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं। गुलाब सिंह कमरो के पास पांच लाख 42 हजार रूपये से अधिक की संपत्ति है। 

इनके पास है सबसे कम संपत्ति  

इन 90 विधायकों में से कांग्रेस के विधायक राम कुमार यादव और साहू के पास बेहद कम संपत्ति है। जहां यादव के पास 30,464 रूपये की संपत्ति है, वहीं साहू के पास एक भी अचल संपत्ति नहीं है। 

5वीं से 12वीं तक ही पढ़ेलिखे हैं इतने विधायक

रिपोर्ट में कहा गया है कि 90 विधायकों में से 27 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता में कहा है कि वह 5वीं से 12वीं तक ही पढ़ेलिखे हैं। वहीं 32 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता ग्रेजुएशन और इससे अधिक बताई है। एक विधायक ने अपनी शैक्षिक योग्यता में केवल इतना लिखा है कि वह साक्षर हैं।

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