Skip to main content
Source
Univarta
http://www.univarta.com/news/uttar-pradesh/story/2662353.html
Author
Pradeep
Date
City
Lucknow

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण में किस्मत आजमाने वाले उम्मीदवारों में से अधिकतर के पास पैसा,रूतबा और बाहुबल की कमी नहीं है मगर 35 फीसदी उम्मीदवारों ने विश्वविद्यालय का मुंह नहीं देखा है।

यूपी इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म द्वारा गुरूवार को जारी आंकड़ों में छठें चरण में चुनाव लड़ने वाले 676 में से 670 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया है जो दस जिलों के 57 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे है। इनमें से 27 फीसदी यानी 182 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज है वहीं 38 फीसदी उम्मीदवार करोड़ों की संपत्ति के मालिक है। छठे चरण में किस्मत आजमाने वाले 234 उम्मीदवारों की शैक्षिणक योग्यता पांचवी से 12वीं कक्षा तक है।

ए.डी.आर. यूपी इलेक्शन वॉच के राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि अपराधी प्रवृत्ति के उम्मीदवारों में सबसे अधिक 40 समाजवादी पार्टी (सपा) से ताल्लुक रखते हैं जो इस चरण में भाग लेने वाले पार्टी के कुल उम्मीदवारों का 83 फीसदी है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस मामले में दूसरे नम्बर पर है और उसके 52 में से 23 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज है। कांग्रेस के 56 में से 22 प्रत्याशी दागी है वहीं बसपा के 57 में से 22 उम्मीदवार किसी न किसी अपराध में लिप्त रहे हैं।

गोरखपुर की सहजनवा सीट से बसपा प्रत्याशी सुधीर सिंह के ऊपर 26 मामले दर्ज हैं जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अशोक चौहान पर 19 मुकदम चल रहे हैं। दो प्रत्याशी बलात्कार के मामले के आरोपी हैं।

करोड़पति उम्मीदवारों की बात करे तो 670 में से 253 यानी 38 फीसद छठें चरण में करोड़पति उम्मीदवार है।सपा के 48 में से 45 , बीजेपी के 52 में से 42, बसपा के 57 में से 44 , कांग्रेस के 56 में से 26 उम्मीदवारों की घोषित संपत्ति एक करोड़ रूपये या उससे अधिक पायी गयी है।

सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीदवारों में से पहले स्थान में समाजवादी पार्टी (सपा) के गोरखपुर से चिल्लूपार विधानसभा से उम्मीदवार विनय शंकर है। उन्होने अपनी संपत्ति 67 करोड़ बतायी है, दूसरे स्थान पर अम्बेडकर नगर के जलालपुर विधानसभा सीट से सपा के राकेश पांडेय है जिनकी संपत्ति 63 करोड़ हैं।

छठें चरण में 234 यानी 35 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 382 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। चुनाव के छठे चरण में 25 से 40 वर्ष के बीच आयुवर्ग के 34 फीसदी प्रत्याशी हैं जबकि 346 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की हैं। 15 फीसदी उम्मीदवार ऐसे भी है जिनकी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं।

पूर्वी उत्तर प्रदेश में लड़े जाने वाले इस चरण के चुनाव में 10 फीसदी यानी 65 महिलायें भी किस्मत आजमा रही है।

छठे चरण में 10 जिलों की 57 सीटों के लिये तीन मार्च को मतदान होगा जिनमें बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, अंबेडकर नगर, देवरिया, बलिया शामिल हैं।