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Source
Tv9 Hindi
https://www.tv9hindi.com/state/bihar/nitish-cabinet-11-cases-registered-against-tejashwi-jama-khans-criminal-history-au213-1402963.html
Author
आलोक रंजन सिंह
Date

सीएम नीतीश के मंत्रिमंडल का सरकार गठन के करीब एक सप्ताह बाद विस्तार हुआ है. मंगलवार को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में जेडीयू और आरजेडी के 31 विधायक मंत्री बने हैं. कैबिनेटे विस्तार के बाद अब जनता की नजर उन चेहरों पर है, जिनको मंत्री बनाया गया है. ADR की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 के विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों के 243 नेताओं में से 163 यानी 67% ने खुद पर आपराधिक मामलों की जानकारी दी है.

नीतीश सरकार में उपमुख्यमंत्री समेत 33 सदस्य हैं. इनमें आरजेडी की तरफ से तेजस्वी यादव पर कुल 11 केस चल रहा है

तेजस्वी यादव पर क्रिमिनल केस और 420 का मामला

2020 के उनके चुनावी हलफनामे के मुताबिक तेजस्वी यादव पर कुल 11 केस दर्ज हैं. इसमे मनी लॉन्ड्रिंग, आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी जैसे 7 क्रिमिनल केस में तेजस्वी यादव आरोपी है. इसके साथ ही 420 यानी धोखाधड़ी और भारतीय दंड संहिता की धारा 120B यानी आपराधिक षड्यंत्र के तहत भी मुकदमा दर्ज है.

जेडीयू के जमा खान का आपराधिक इतिहास

जमा खान नीतीश कैबिनेट के सबसे दंबग नेता हैं. नीतीश कुमार के प्रिय माने जाने वाले कैमूर के चैनपुर विधानसभा के विधायक जमा खान की छवि दबंग और दामन दागदार है. उनके ऊपर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें दो केस भभुआ और एक चैनपुर थाने में दर्ज है. एनडीए सरकार में जमां खान को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय का जिम्मा दिया गया था.

मदन सहनी पर भी मुकदमा

जेडीयू कोटे से मंत्री बने मदन सहनी दरभंगा जिले के बहादुरपुर सीट से विधायक हैं. इनपर IPC के सेक्शन 188 के तहत दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. एक मामला बहादुरपुर और दूसरा घनश्यामपुर थाना में दर्ज है. साल 2009 में बहादुरपुर थाना में दर्ज हुए FIR नंबर 218 में 7 जुलाई 2020 को चार्ज फ्रेम हो चुका है. यह केस दरभंगा के ACJM-9 के कोर्ट में है.

सुमित सिंह पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप

बिहार के एकलौते निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह पर मुंगेर के कोतवाली थाना में धोखाधड़ी और जालसाजी करने के मामले में एफआईआर दर्ज है. सुमित जमुई जिले के चकाई सीट से निर्दलीय विधायक हैं

लेसी सिंह पर भी कई आरोप

लेसी सिंह पूर्णिया की धमदाहा सीट से जेडीयू की विधायक हैं. पिछले कुछ दिनों पहले पूर्णिया में जिला परिषद सदस्य पति की हत्या के बाद इनके भतीजे का नाम सामने है. इस मामले में जिला परिषद सदस्य ने पति की हत्या का आरोप लेसी सिंह पर लगाया था. लेकिन FIR में उनका नाम नहीं है. चुनावी हलफनामें लेसी सिंह पर किसी प्रकार का आपराधिक मुकदमा दर्ज भले ही नहीं हो लेकिन इनके बारे में एक पूर्व IPS अधिकारी ने आरोप लगाया था कि इनके घर से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था.