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Date: 
14.04.2019
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लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजनीतिक किस्मत आजमा रहे 1590 उम्मीदवारों में से 251 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गैर सरकारी संगठन नेशनल इलेक्शन वाच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने दूसरे चरण में चुनाव में

कोलकाताः लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजनीतिक किस्मत आजमा रहे 1590 उम्मीदवारों में से 251 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गैर सरकारी संगठन नेशनल इलेक्शन वाच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने दूसरे चरण में चुनाव में खड़े कुल 1644 उम्मीदवारों में से 1590 की ओर से दायर हलफनामे के विश्लेषण के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। इस रिपोर्ट में बाकी 54 उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया जा सका क्योंकि उनके हलफनामे का पूरा योरा तथा स्कैन कॉपी मौजूद नहीं थी।

किस-किस पर क्या-क्या मामले हैं दर्ज
रिपोर्ट के मुताबिक 1590 उम्मीदवारों में से 251 के विरूद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं जो कुल उम्मीदवारों का करीब 16 प्रतिशत है। इनमें से 167 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि तीन के विरूद्ध दर्ज मामलों में सजा भी सुनायी जा चुकी है। दूसरे चरण में छह उम्मीदवारों ऐसे हैं जिनपर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या के मामले दर्ज हैं। चुनाव लड़ रहे 25 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास के मामले दर्ज किये गये हैं।

अपहरण, फिरौती जैसे मुकदमें भी हैं दर्ज
दूसरे चरण में किस्मत आजमा रहे आठ उम्मीदवारों पर अपहरण, फिरौती के लिये अपहरण तथा लोगों को गलत तरीके से बंधक बनाने के मामले दर्ज हैं। चुनाव मैदान में मौजूद 10 प्रत्याशियों पर विभिन्न प्रकार के महिला के विरूद्ध अपराध जैसे हमला, बलात्कार और जबरन यौन शोषण आदि के मामले दर्ज हैं जबकि 15 उम्मीदवारों पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप हैं।

किस-किस पार्टी के कितने उम्मीदवार दागी
जिन प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारोंपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं उनमें कांग्रेस के 53 में से 23 (43 प्रतिशत) प्रत्याशी, भारतीय जनता पार्टी के 51 में से 16 प्रत्याशी (31 प्रतिशत), बसपा के 80 उम्मीदवारोंमें से 16 (20 प्रतिशत)अन्नाद्रमुक के 22 उम्मीदवारोंमें से तीन, द्रमुक के 24 में से 11 उम्मीदवार (46 प्रतिशत) तथा एसएचएस के 11 उम्मीदवारोंमें से चार उम्मीदवारोंपर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक 97 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में से 41 में ‘रेड अलर्ट क्षेत्र’ घोषित किया गया है। ‘रेड अलर्ट क्षेत्रों’ का मतलब यह है कि जहां कम से कम तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है।

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