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Source
दैनिक जागरण
https://www.jagran.com/news/national-above-1-crore-votes-cast-for-nota-in-last-five-years-says-adr-report-22952915.html
Author
Monika Minal
Date
City
New Delhi

आम चुनावों में किसी भी दल के पक्ष में ही वोट डाले जाते हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी वोट होते हैं जो किसी भी दल के लिए नहीं होते इन्हें NOTA (None of the above)ग्रुप में सूचीबद्ध किया जाता है। चुनाव अधिकार निकाय ADR (Association for Democratic Reforms) ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की। इसके अनुसार बीते पांच सालों में आम चुनावों करीब 1.29 करोड़ वोट NOTA विकल्प के लिए डाले गए। ADR और NEW (National Election Watch) ने NOTA के लिए डाले गए वोटों का आंकड़ा एकत्र किया जो 2018 से 2022 के बीच हुए राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान डाले गए थे। रिपोर्ट के अनुसार NOTA के लिए औसतन 64,53,652 वोट (64.53 lakhs) डाले गए।

यदि NOTA के वोट सभी उम्मीदवारों से हो अधिक

ADR की सलाह है कि यदि किसी विधानसभा क्षेत्र में NOTA पर आए वोटों का आंकड़ा सभी उम्मीदवार को मिले वोट से अधिक रहा तो किसी एक को निर्वाचित नहीं किया जाएगा और फिर से चुनाव कराया जाएगा जिसमें पहले के किसी भी उम्मीदवार को खड़ा होने की अनुमति नहीं होगी। कई ऐसे विधानसभा हैं जहां एक भी प्रतिद्वंदी नहीं है तो वहां NOTA के लिए एक भी वोट नहीं डाला गया।

अपराधी उम्मीदवार से रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र

रेड अलर्ट वाले निर्वाचन क्षेत्र तभी घोषित होता है जब वहां तीन या उससे अधिक उम्मीदवार पर आपराधिक मामला हो। 2018 से अब तक NOTA को 26,77,616 वोट मिल चुके हैं। ADR की रिपोर्ट में बताया गया है कि NOTA को सबसे अधिक वोट बिहार के रेड अलर्ट वाले 217 विधानसभा क्षेत्रों में मिले हैं। इसका आंकड़ा 2.17 फीसद है।

बिहार में सबसे अधिक पड़े NOTA के वोट और लक्षद्वीप में आंकड़ा काफी कम

रिपोर्ट में बताया गया कि कुल मिलाकर NOTA ने 65,23,975 (1.06 per cent) वोट हैं। लोकसभा चुनावों में NOTA वोटों में बिहार के गोपालगंज में सबसे ज्यादा 51,660 वोट और लक्षद्वीप में सबसे कम 100 वोट डाले गए।  राज्य विधानसभा चुनावों में NOTA ने साल 2020 में सबसे अधिक वो ADR और NEW (National Election Watch) ने NOTA के लिए डाले गए वोटों का आंकड़ा एकत्र किया जो 2018 से 2022 के बीच हुए राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान डाले गए थे। रिपोर्ट के अनुसार NOTA के लिए औसतन 64,53,652 वोट (64.53 लाख ) डाले गए। इसमें सबसे अधिक वोट साल 2020 में डाले गए। NOTA को सबसे कम वोट 2022 में मिले।

पांच राज्यों में हुए चुनावों के दौरान NOTA के लिए डाले गए वोटों की प्रतिशतता 0.70 फीसद (8, 15,430 वोट ) थी। इसके तहत गोवा (10,629 वोट ), मणिपुर (10,349 वोट ), पंजाब (1,10,308 वोट), उत्तर प्रदेश (6,37,304 वोट ) और उत्तराखंड (46,840 वोट ) रही। साल 2019 में महाराष्ट्र में सबसे अधिक NOTA को 7,42,134 वोट मिले। 2018 में मिजोरम विधानसभा चुनाव में NOTA के लिए 2,917 वोट पड़े। 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में NOTA पर 1.98 फीसद वोट डाले गए।