एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उत्तर प्रदेश में 2012 से 2017 तक सत्ता में रही समाजवादी पार्टी (सपा) की संपत्ति में पांच वर्षों के दौरान 198 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इतने ही समय में तमिलनाडु में सरकार चला रही अन्नाद्रमुक (एआइएडीएमके) की संपत्ति 155 फीसदी बढ़ी है। महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी शिवसेना की संपत्ति में 92 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
एडीआर द्वारा 22 क्षेत्रीय पार्टियों की संपत्ति पर जारी रिपोर्ट से इस बात की जानकारी मिली है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इन पार्टियों के अलावा आइएफबी ने ही अपनी संपत्ति में बढ़ोतरी दिखाई है।
यह रिपोर्ट वित्त वर्ष 2011-12 से 2015-16 के मध्य पार्टियों द्वारा घोषित संपत्ति के विश्लेषण पर तैयार की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 2011-12 में समाजवादी पार्टी ने अपनी संपत्ति 212.86 करोड़ रुपये बताई थी। 2015-16 में इसकी संपत्ति बढ़कर 634.96 करोड़ रुपये हो गई। इसी तरह अन्नाद्रमुक की संपत्ति इस अवधि में 88.21 करोड़ रुपये से बढ़कर 224.87 करोड़ रुपये हो गई। इसी अवधि में शिवसेना की संपत्ति 20.59 करोड़ रुपये से बढ़कर 39.56 करोड़ रुपये हो गई।
दिल्ली में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी (आप) की संपत्ति में भी काफी इजाफा हुआ है। नवंबर 2012 में इस पार्टी का रजिस्ट्रेशन हुआ था। 2012-13 में इसके पास 1.16 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। 2015-16 में यह बढ़कर 3.76 करोड़ रुपये हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि सारी जानकारी इन चुनाव आयोग के वेबसाइट में मौजूद इन दलों दलों के पेज से ली गई है।