नीतीश कुमार की कैबिनेट में राजद से 16, जदयू से 11, कांग्रेस से 2, हम से एक और निर्दलीय एक विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली. सुशासन बाबू की कैबिनेट में 32 में से 23 मंत्री दागी हैं. इन पर हत्या, लूट जैसे संगीन अपराधों में मुकदमें दर्ज हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अपने मंत्रिमंडल की फाइनल रूपरेखा तैयार हो गई है. मंगलवार को नीतीश के मंत्रिमंडल में 31 मंत्रियों को शामिल किया गया. नई सरकार में मुख्यमंत्री भले नीतीश कुमार हों, लेकिन पलड़ा राजद का भारी है. राजद (RJD) से 16, जदयू (JDU) से 11, कांग्रेस (Congress) से 2, हम (HAM) से एक और निर्दलीय एक विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली. सुशासन बाबू की कैबिनेट में 32 में से 23 मंत्री दागी हैं. इन पर हत्या, लूट जैसे संगीन अपराधों में मुकदमें दर्ज हैं.
इस खबर में ये है खास
- 72% मंत्रियों पर अपराधिक मामले दर्ज
- 17 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
- गंभीर आपराधिक मामलों में राजद आगे
- नीतीश के 84 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं
- 8वीं से लेकर महज 12वीं पास हैं 8 मंत्री
72% मंत्रियों पर अपराधिक मामले दर्ज
नीतीश कुमार के नए मंत्रिमंडल में शामिल 72 फीसदी मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (ADR) ने यह जानकारी दी. ADR की रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ भी मामले दर्ज हैं. बिहार मंत्री परिषद के विस्तार के बाद एडीआर और ‘बिहार इलेक्शन वॉच’ ने मुख्यमंत्री समेत 33 में से 32 मंत्रियों द्वारा 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल हलफनामे का विश्लेषण किया है.
17 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
इतना ही नहीं इनमें से 53% यानी 17 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. ADR की रिपोर्ट के मुताबिक तेजस्वी यादव को मिलाकर राजद के 17 में से 15 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं जदयू के 11 में 4 मंत्री दागी हैं. कांग्रेस के दोनों मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, हम और निर्दलीय कोटे से मंत्री बने विधायकों पर भी मामले दर्ज हैं.
गंभीर आपराधिक मामलों में राजद आगे
गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो राजद के 17 में से 11 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक जदयू के नेता एवं कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी को अपना हलफनामा जमा करने की आवश्यकता नहीं समझी, क्योंकि वह विधान परिषद के मनोनीत सदस्य हैं. इसलिए उनकी आपराधिक, वित्तीय और अन्य विवरणों संबंधी उनकी जानकारी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध नहीं है.
नीतीश के 84 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं
रिपोर्ट के मुताबिक 32 मंत्रियों में से 27 (84 फीसदी) करोड़पति हैं. रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाधिक संपत्ति वाले मंत्री समीर कुमार महासेठ हैं, जो मधुबनी सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. समीर की संपत्ति 24.45 करोड़ रुपये की है. वहीं, सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम हैं, जिनकी संपत्ति 17.66 लाख रुपये की है.
8वीं से लेकर महज 12वीं पास हैं 8 मंत्री
एडीआर के मुताबिक 8 मंत्रियों (25 प्रतिशत) ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 8वीं से 12वीं कक्षा के बीच बताई है, जबकि 24 मंत्रियों (75 प्रतिशत) ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है. बता दें कि नीतीश कुमार ने हाल में बीजेपी का साथ छोड़कर राजद के साथ मिलकर सरकार बनाई है. महागठबंधन सरकार में भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव उप-मुख्यमंत्री बने हैं.