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Source
Insider live
https://www.insiderlive.in/insider-special/money-power-criminal-cases-more-in-nitish-government/
Author
Pawan Prakash
Date
City
Bihar

बिहार में राजनीति और अपराध अब शुचिता और नैतिकता की नहीं आकड़ेबाजी पर निर्भर हो चुके हैं। नई सरकार का गठन हुआ तो कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह सबकी नजरों में चढ़ गए। आरोप लगे कि उनके खिलाफ वारंट जारी है। कार्तिकेय ने जवाब दिया कि कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है। तो विपक्ष कह रहा है कि ऐसे व्यक्ति को नीतीश कुमार ने मंत्री बनाया ही क्यों? नीतीश कुमार कह रहे हैं कि उन्हें जानकारी ही नहीं है। सवाल उठता है कि जानकारी हो गई तो क्या करें? लेकिन आरोप के आधार पर कार्रवाई करेंगे तो 72 प्रतिशत मंत्री तो बाहर ही हो जाएंगे। दरअसल, नीतीश का नया मंत्रिमंडल पिछले बार से ज्यादा दागी है।

नई सरकार में 23 मंत्री दागी

नीतीश कुमार की नई सरकार में 23 मंत्री दागी हैं। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह समेत ये 23 मंत्री दागी हैं। तुलना भाजपा-जदयू की सरकार से करें तो इस बार आंकड़ा अधिक है। पिछली बार 64 फीसदी मंत्रियों पर दाग थे। यानि 18 मंत्री दागी थे। तो इस बार यह आंकड़ा 72 फीसदी यानि 23 मंत्रियों का है। बिहार इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की इस रिपोर्ट के अनुसार आधे से ज्यादा मंत्रियों पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं।

एक करोड़पति अधिक

ADR की रिपोर्ट बताती है कि इस बार 27 करोड़पति मंत्री नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल हैं। जबकि पिछली सरकार में 26 करोड़पतियों को मंत्री की कुर्सी मिली थी। यह अलग बात है कि प्रतिशतवार आंकड़ें देखेंगे तो इस बार करोड़पतियों की संख्या कम दिखेगी। इस बार 33 मंत्रियों के मंत्रिमंडल में 84 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं। जबकि पिछले साल 31 मंत्रियों के मंत्रिमंडल में 93 प्रतिशत मंत्री करोड़पति थे। औसत संपत्ति के मामले में भी इस बार का मंत्रिमंडल भारी है। पिछली सरकार के मंत्रियों की औसत संपत्ति 4.46 करोड़ रुपए थी, तो इस बार 5.52 करोड़ रुपए है।