बिहार में दूसरे चरण के चुनाव मे भी दागी उम्मीदवारों का बोलबाला है। दूसरे चरण के चुनाव में मैदान में उतरे कुल 1463 उम्मीदवारों में 502 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं जिनमें 389 के खिलाफ गंभीर आरोप हैं। चुनाव मैदान मे डटे मुख्य दलों में राजद ने सबसे ज्यादा 64 फीसद दागियों को चुनाव में उतारा है जबकि जदयू ने सबसे कम 47 फीसद दागियों को टिकट दिया है। दूसरे चरण के चुनाव मे 34 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं।
गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) द्वारा बिहार चुनाव के दूसरे चरण में मैदान में उतरे उम्मीदवारों की ओर से नामांकन के समय दिये गए हलफनामे के अध्ययन के बाद जारी रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया है। दाखिल हलफनामों के आधार पर उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि, शिक्षा, संपत्ति, आदि का विश्लेषण करके रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक अगर मुख्य राजनैतिक दलों के टिकट पर चुनाव लड़ रहे दागियों पर निगाह डाली जाए तो पता चलता है कि राजद के कुल 56 उम्मीदवारों में से 36 की आपराधिक पृष्ठभूमि है। जबकि भाजपा के 46 में से 29, कांग्रेस के 24 में से 14, एलजीपी के 52 में से 28, बसपा के 33 में से 16 और जदयू के 43 में से 20 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं। इसमें भी अगर गंभीर अपराधों को देखा जाए तो राजद के 28, एलजेपी के 24, भाजपा के 20, बसपा के 14, कांग्रेस के 10, और जदयू के 15 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आरोपों में मामले दर्ज हैं। दूसरे चरण के चुनाव में खड़े कुल उम्मीदवारों में 49 उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं जिसमें से 4 उम्मीदवारों के खिलाफ दुष्कर्म के मामले हैं। 32 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या और 143 के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा लंबित है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 34 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति
रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे चरण में कुल 94 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होना है जिसमें से 84 विधानसभा क्षेत्र रेड एलर्ट श्रेणी में आते हैं जहां तीन या तीन से अधिक दागी उम्मीदवार मैदान में हैं। रिपोर्ट बताती है कि चुनाव में खड़े कुल 1463 उम्मीदवारों में से 495 यानी 34 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। करोड़पति उम्मीदवार सबसे ज्यादा भाजपा के हैं भाजपा के 46 में से 39 उम्मीदवार करोड़पति हैं यानी 85 फीसद। जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस है जिसके 24 में से 20 यानी 83 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं। राजद के 56 में से 46, जदयू के 43 में से 35, एलजेपी के 52 में से 38, और बसपा के 33 में से 11 उम्मीदवारों ने एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है।