नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वित्त वर्ष 2016-17 और 2017-18 के बीच कॉरपोरेट फंड के तौर पर 915.596 करोड़ रुपये मिले हैं। जबकि कांग्रेस को इस अवधि में मात्र 55.36 करोड़ रुपये मिले। यह जानकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की जारी एक रिपोर्ट से पता चली है।
एडीआर की रिपोर्ट चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों के दिए गए आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें 6 राष्ट्रीय दल भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी, सीपीआई, सीपीएम और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख तौर पर शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार ये वो दल हैं, जिन्हें 20 हजार रुपये से ज्यादा के चंदे मिले हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) इस सूची में शामिल नहीं है। क्योंकि बसपा ने कहा था कि उसे किसी भी दानदाता से वित्त वर्ष 2016-17 और 2017-18 में 20 हजार रुपये से अधिक का कोई दान नहीं मिला है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी को 1731 कॉरपोरेट दान-दाताओं में से कुल 915.956 करोड़ रुपये का दान मिला। यह दान कुल दान का 94 फीसदी था। जबकि कांग्रेस को 151 कॉरपोरेट घरानों से दान के तौर पर 55.36 करोड़ रुपये मिले। एनसीपी को 7.73 करोड़, सीपीएम को 4.42 करोड़ और टीएमसी को 2.03 करोड़ रुपये मिले।उल्लेखनीय है कि कॉरपोरेट दान में सबसे कम हिस्सा दो फीसदी सीपीआई का था। कॉरपोरेट घरानों ने चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों को जो कुल 985.18 करोड़ रुपये दान दिए, उसमें से 22.59 करोड़ रुपये अनारक्षित श्रेणी से प्राप्त किए गए। लेकिन इसके बारे में कोई ऑनलाइन विवरण या स्पष्टता उपलब्ध नहीं है।