दिल्ली स्थित थिंकटैंक ने कहा, ‘‘पार्टियों के लिए वाषिर्क ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की आखिरी तारीख 31 अक्तूबर, 2016 थी। सिर्फ तीन राष्ट्रीय दलों तृणमूल कांग्रेस, माकपा और बसपा ने ही ऑडिट रिपोर्ट समय पर पेश की।’’ भाकपा ने पिछले वर्ष 17 नवंबर को जबकि राकांपा ने इस वर्ष एक मार्च को अपनी रिपोर्ट सौंपी। वर्ष 2015-16 के दौरान राष्ट्रीय पार्टियों ने 122.39 करोड़ रुपए का कुल व्यय दिखाया।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बसपा ने इस अवधि में 47.38 करोड़ रुपए की आय दिखाई और पार्टी इसका 25 प्रतिशत (11.90 करोड़ रुपए) ही खर्च कर सकी। तृणमूल कांग्रेस ने 34.57 करोड़ रुपए की आय का खुलासा किया और पार्टी का व्यय इसका 39 प्रतिशत यानी 13.35 करोड़ रुपए रहा।
इस अवधि में सिर्फ राकांपा ही ऐसी पार्टी रही, जिसने आय से करीब 19 प्रतिशत अधिक राशि खर्च की। पार्टी की कुल आय 9.14 करोड़ रुपए थी जबकि पार्टी का खर्चा 10.84 करोड़ रुपए रहा।
उल्लेखनीय है कि इस अवधि में माकपा की आय सबसे ज्यादा 107.48 करोड़ रुपए रही, जो राष्ट्रीय दलों की कुल आय का 53.34 प्रतिशत है। वहीं भाकपा की घोषित आय सबसे कम 2.176 करोड़ रुपए रही, जो कुल आय का मात्र 1.08 प्रतिशत है।