- मध्यप्रदेश चुनाव में 2899 प्रत्याशी मैदान में, एडीआर ने 2716 उम्मीदवारों के हलफनामों की समीक्षा की
- भाजपा ने सबसे ज्यादा और बसपा ने सबसे कम कम अपराधियों को टिकट दिया
सुप्रीम कोर्ट ने भले ही आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को संसद और विधानसभाओं में जाने से रोकने के लिए कई निर्देश दिए हों, लेकिन मप्र विधानसभा के लिए होने जा रहे चुनाव में उतरे आपराधिक प्रकरणों वाले उम्मीदवारों की संख्या 2013 के चुनाव से एक फीसदी बढ़ गई है। इस बार 2716 (कुल 2899) में से 464 (17%) ने अपने ऊपर आपराधिक प्रकरण दर्ज होना बताया है।
वहीं, 2013 के चुनाव में कुल 407 (16%) ने अपने ऊपर आपराधिक प्रकरणों की जानकारी दी थी। वहीं, गंभीर अापराधिक प्रकरणों वाले उम्मीदवारों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। 2018 के चुनाव में 295 प्रत्याशी (11%) ऐसे हैं, जिनके ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, महिला अपराध जैसे गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। वर्ष 2013 में गंभीर अपराध वाले 263 प्रत्याशी (11%) मैदान में उतरे थे।
एडीआर और इलेक्शन वाॅच की ओर से सभी उम्मीदवारों की ओर से निर्वाचन आयोग में जमा कराए गए हलफनामे के विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। इस रिपोर्ट में 183 प्रत्याशियों की जानकारी शामिल नहीं है, क्योंकि उनके हलफनामे अधूरे या धुंधले होने के कारण उनका विश्लेषण अभी नहीं किया जा सका है।
प्रमुख गंभीर अपराध वाले उम्मीदवारों की स्थिति :
- 24 प्रत्याशी दफा 307 (हत्या का प्रयास)
- 06 प्रत्याशी दफा 364-365 में आरोपी
- 16 प्रत्याशी दफा 302 में हत्या के आरोपी
- 20 प्रत्याशी दफा 498-ए और दफा 354 महिलाओं अपराधों में आरोपी।
कांग्रेस में सबसे ज्यादा तो बसपा में सबसे कम अपराधियों को टिकट
पार्टी कुल उम्मीदवार | अपराध घोषित करने वाले | गंभीर अपराधी |
भाजपा 220 | 65 (30%) | 38 (17%) |
कांग्रेेस 223 | 108 (48%) | 55 (25%) |
आप 206 | 43 (21%) | 30 (15%) |
बसपा 214 | 37 (17%) | 22 (10%) |
* जो हलफनामें स्पष्ट थे, उनका अध्ययन
इन पर हत्या के केस...
भाजपा : प्रीतम लोधी (पिछोर), लाल सिंह आर्य (गोहद), राजा पंवार (मुलताई)।
कांग्रेस : अरुणोदय चौबे (खुरई), मोहन सिंह सेंगर (इंदौर-2), सुखदेव पांसे (मुलताई)।
सर्वाधिक क्रिमिनल केस वाले प्रत्याशी
उम्मीदवार | दल - विस क्षेत्र | कुल प्रकरण | गंभीर आरोप |
संजू ठाकुर | निर्दलीय | 13 | 30 |
कंकर मुंजारे | सपा परसवाडा | 7 | 11 |
विपिन वानखेड़े | कांग्रेस आगर | 10 | 10 |
दीप पवार | स्वर्णिम भारत इंकलाब | 34 | 10 |
हरेंद्रजीत सिंह बब्बू | बीजेपी जबलपुर वेस्ट | 10 | 9 |
एडीआर ने इन्हें माना है गंभीर अपराध
5 साल से ज्यादा सजा वाले अपराध, गैरजमानती अपराध, धारा 171 अथवा रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत दर्ज केस, हमला,हत्या, अपहरण, बलात्कार से
सम्बंधित अपराध, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में उल्लिखित अपराध (धारा 8)।