-2019 के चुनावों में पेश शपथ पत्रों का विश्लेषण किया -राज्य के 13 मंत्रियों
-2019 के चुनावों में पेश शपथ पत्रों का विश्लेषण किया
-राज्य के 13 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
महाराष्ट्र के 75 फीसदी मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' (एडीआर) ने यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र में नौ अगस्त को कैबिनेट विस्तार के तहत 18 मंत्रियों को शामिल किया गया है। राज्य में इस समय मुख्यमंत्री समेत 20 मंत्री हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स' और 'महाराष्ट्र इलेक्शन वॉच' ने 2019 में विधानसभा चुनावों के दौरान पेश किए गए इन मंत्रियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया। इसके अनुसार, 15 मंत्रियों (75%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं जबकि 13 मंत्रियों (65%) ने स्वयं पर गंभीर आपराधिक मामलों को घोषणा की है। ये सभी मंत्री करोड़पति हैं और उनकी संपत्ति का औसत मूल्य 47.45 करोड़ रुपये है।
लोढ़ा के पास सबसे अधिक संपत्ति :
एडीआर के अनुसार, सबसे अधिक घोषित संपत्ति वाले मंत्री मालाबार हिल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा हैं, जिनकी संपत्ति 441.65 करोड़ रुपये है। सबसे कम कुल घोषित संपत्ति वाले मंत्री पैठण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक भुमरे संदीपनराव आसाराम हैं, जिनके पास 2.92 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
40% मंत्री केवल 12वीं पास :
मंत्रिमंडल में कोई महिला नहीं है। आठ मंत्रियों (40 प्रतिशत) की घोषणा के अनुसार, उनकी शैक्षणिक योग्यता 10वीं से 12वीं कक्षा के बीच है, जबकि 11 मंत्रियों (55 फीसदी) ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता हासिल की है। एक मंत्री के पास डिप्लोमा है। वहीं, महाराष्ट्र के चार मंत्रियों की आयु 41 से 50 वर्ष के बीच जबकि शेष मंत्रियों की उम्र 51 से 70 वर्ष के बीच है।