गोरखपुर-फूलपुर संसदीय सीटों पर उपचुनाव में किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों में से एक चौथाई आपराधिक छवि के हैं। इसका खुलासा सोमवार को जारी एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर)-इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट में हुआ है। वहीं, इस चुनाव में करोड़पति व शिक्षित उम्मीदवारों की संख्या अधिक है।
एडीआर के मुख्य समन्वयक संजय सिंह ने यहां प्रेस क्लब में मीडिया को बताया कि गोरखपुर-फूलपुर लोकसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में 78 फीसदी उम्मीदवारों की आयु 50 वर्ष से कम है। दोनों सीटों पर कुल मिलाकर 32 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसमें से आठ पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
फूलपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे अतीक अहमद ने खुद पर हत्या से संबंधित आठ मामले घोषित किए हैं। जबकि उन पर इतने ही मामले हत्या के प्रयास के हैं। अहमद पर कुल 53 मुकदमे दर्ज हैं। फूलपुर से ही परिवर्तन समाज पार्टी के उम्मीदवार रईस अहमद खान ने खुद पर हत्या के प्रयास का एक मामला घोषित किया है।
भाजपा प्रत्याशी पर धोखे से शादी करने का केस दर्ज
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक फूलपुर से भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र सिंह पटेल पर दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से एक पहली पत्नी के रहते धोखाधड़ी कर दूसरी शादी रचाने का मामला है। वहीं गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ला पर तीन केस दर्ज हैं। जबकि सपा व कांग्रेस के उम्मीदवारों पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।