उप्र में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरूआत हो चुकी है. सीएम योगी की 2.0 सरकार में नए मंत्रियों की आमद हुई है. जिसमें 39 यानी 84 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं तो 22 मंत्री दागी हैं. इनमें सबसे ज्यादा संपत्ति तिलाई के मयंकेश्वर शरण की है जिन्होंने अपनी संपत्ति 58.07 करोड़ रु. घोषित की है वहीं सबसे कम संपत्ति विधान परिषद सदस्य धर्मवीर सिंह की है जिनकी संपत्ति 42.91 लाख रु. है.
वहीं जानकारी के अनुसार एडीआर /उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच की मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों की रिपोर्ट से ये तथ्य सामने आए हैं. दागियों की सूची में नंद गोपाल गुप्ता नंदी टॉप पर हैं. 2017 से करोड़पति व दागी मंत्रियों की संख्या बढ़ी है. एडीआर के राज्य संयोजक संजय सिंह ने कहा है कि मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों में से 49 फीसदी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और 44 फीसदी ऐसे हैं जिन पर गंभीर आरोप हैं. इस बार मंत्रियों की औसत आय नौ करोड़ रुपये है. एडीआर ने मंत्रियों द्वारा शपथपत्र में घोषित वित्तीय, आपराधिक, शिक्षा, लिंग एवं अन्य विवरणों के आधार पर यह विश्लेषण किया है. 53 में से 45 मंत्रियों का विश्लेषण किया गया है. छह ऐसे मंत्री हैं जो किसी भी सदन के सदस्य नहीं है और जितिन प्रसाद व संजय निषाद का शपथपत्र साफ नहीं होने के कारण विश्लेषित नहीं किया गया है. मंत्रियों में 87 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं. मंत्रियों की औसतन सम्पत्ति सात करोड़ रुपये है. 9 (20 प्रतिशत) ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता 8वीं से 12वीं के बीच घोषित की है. वहीं 36 (80) ऐसे हैं जिनकी योग्यता स्नातक या इससे अधिक है. 20 (44 फीसदी) ऐसे मंत्री हैं, जिनकी आयु 30 से 50 वर्ष की बीच है वही 25 (56 फीसदी) ऐसे मंत्री हैं, जिन्होंने अपनी आयु 51 से 70 वर्ष की बीच घोषित की है.