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राजस्थान विधानसभा के लिए चुनकर आए 199 विधायकों पर एडीआर और राजस्थान इलेक्शन वॉच ने एक रिपोर्ट जारी की है. जिसके अनुसार चुने गए विधायकों में 23 प्रतिशत के खिलाफ केस लंबित हैं.

कांग्रेस के लालसोट विधानसभा से विधायक प्रसादी लाल पर आईपीसी सेक्शन-302 के तहत मर्डर का केस चल रहा है जबकि कांग्रेस के चार अन्य विधायकों पर मर्डर की कोशिश का मामला आईपीसी सेक्शन-307 के तहत चल रहे हैं. साल दर साल आम लोग अपेक्षा करते हैं कि उनके क्षेत्र से विधानसभा पहुंचने वाले विधायक बेदाग और साफ छवि वाले हों, लेकिन हर चुनाव में इनकी संख्या बढ़ती जा रही है. राजस्थान में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव के बाद जीतने वाले विधायकों का ग्राफ देखे तों पता चलता है कि इस बार भी दागी विधायकों का ग्राफ 5 फीसदी बढ़ा है. 

राजस्थान विधानसभा के लिए चुनकर आए 199 विधायकों पर एडीआर और राजस्थान इलेक्शन वॉच ने एक रिपोर्ट जारी की है. जिसके अनुसार चुने गए विधायकों में 23 प्रतिशत के खिलाफ केस लंबित हैं. गंभीर श्रेणी के आपराधिक मामलों में फंसे विधायक भी इस बार ज्यादा विधानसभा में दिखाई देंगे. 

रिपोर्ट के अनुसार इस बार 199 में से 46 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. वहीं 2013 में 36 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे. गंभीर आपराधिक मामलें देखें तो 2013 में 10 प्रतिशत यानि 19 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे. जो इस बार बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया. विधानसभा पहुंचने वाले 28 विधायक ऐसे होंगे जिन पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण जैसे मामले दर्ज हैं. 

कांग्रेस के 99 में से 25 यानी करीब 25% विधायक ऐसे हैं जिन पर क्रिमिनल केस चल रहे हैं. बीजेपी की बात करें तो उसके 73 में से 12 यानी 16% विधायकों पर ऐसे केस चल रहे हैं. बसपा के 6 में से दो विधायकों पर क्रिमिनल केस चल रहे हैं. कांग्रेस के 16 विधायक ऐसे हैं जिन पर सीरियस क्रिमिनल केस जैसे मर्डर, मर्डर की कोशिश और किडनैपिंग के मामले चल रहे हैं. जबकि बीजेपी में ऐसे विधायकों की संख्या 7 है जबकि बसपा के 2 विधायक ऐसे हैं.