राज्यसभा के 27 यानी क़रीब 12 प्रतिशत मौजूदा सांसद अरबपति हैं। इनमें सबसे ज़्यादा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के सांसद शामिल हैं।
233 राज्यसभा सांसदों में से 225 सांसदों के क्रीमिनल बेकग्राउंड और संपत्ति का ब्यौरा एडीआर यानी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने साझा किया है। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक राज्यसभा के 27 यानी करीब 12 प्रतिशत मौजूदा सांसद अरबपति हैं। इनमें सबसे ज्यादा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के सांसद शामिल हैं।
बता दें कि मौजूदा राज्यसभा में एक सीट खाली है, जबकि तीन सांसदों का विश्लेषण नहीं किया गया है, क्योंकि उनके हलफनामे उपलब्ध नहीं थे और जम्मू-कश्मीर की चार सीटें अपरिभाषित हैं। एडीआर की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति वाले अरबपति सांसद सबसे ज्यादा बीजेपी के हैं। इसके बाद कांग्रेस और वाईएसआरसीपी के हैं।
राज्यसभा के वर्तमान सांसदों द्वारा घोषित आपराधिक, वित्तीय और लिंग के विवरणों का विश्लेषण 2023#ADRReport: https://t.co/yvf7FAHX0k#PoliticalParties #RajyaSabha #IndianElections pic.twitter.com/mxXb3eq9G1
— ADR India & MyNeta (@adrspeaks) August 18, 2023
एडीआर की तरफ से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक, "आंध्र प्रदेश के 11 सांसदों में से 5 यानी 45 प्रतिशत, तेलंगाना के 4 सांसदों में से 3 यानी 43 प्रतिशत, दिल्ली के 3 सांसदों में से 1 यानी 33 प्रतिशत, पंजाब के 7 सांसदों में से 2 यानी 29 प्रतिशत, हरियाणा के 5 सांसदों में से 1 यानी 20 प्रतिशत, मध्य प्रदेश के 11 सांसदों में से 2 यानी 18 प्रतिशत और महाराष्ट्र के 19 सांसदों में से 3 यानी 16 प्रतिशत ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा संपत्ति की घोषणा की है।"
तेलंगाना से 7 सांसदों की कुल संपत्ति 5,596 करोड़ रुपये बताई गई है। आंध्र प्रदेश से 11 सांसदों की कुल संपत्ति 3,823 करोड़ रुपये है और उत्तर प्रदेश से 30 सांसदों की कुल संपत्ति 1,941 करोड़ रुपये है। इसमें बीजेपी के 85 में से 6, कांग्रेस के 30 में 4, वाईएसआर के 9 में 4, आप के 10 में से 3, टीआरएस के 7 में से 3 और आरजेडी के 6 में से 2 राज्यसभा में वर्तमान में सासंद अरबपति हैं।
सबसे अमीर सांसद की बात करें तो तेलंगाना से डॉ. बीपी सारिथ सबसे ज्यादा पैसे वाले हैं। इनके पास करीब 5300 करोड़ की संपत्ति है। दूसरे स्थान पर एएरामा रेड्डी हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 2577 करोड़ बताई गई है।
इसके अलावा 225 राज्यसभा सांसदों में से 75 यानी 33 प्रतिशत सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। इसके अलावा लगभग 41 यानी 18 प्रतिशत राज्यसभा सांसदों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं और दो सदस्यों ने हत्या से संबंधित मामले घोषित किए हैं। चार राज्यसभा सांसदों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है।
बीजेपी के 85 राज्यसभा सांसदों में से लगभग 23 यानी 27 प्रतिशत, कांग्रेस के 30 सांसदों में से 12 यानी 40 प्रतिशत, एआईटीसी के 13 सांसदों में से 4 यानी 31 प्रतिशत, एआईटीसी के 5 यानी 83 प्रतिशत सांसद हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं। आरजेडी के 6 सांसद, सीपीआई (एम) के 5 सांसदों में से 4 यानी 80 प्रतिशत, आप के 10 सांसदों में से 3 यानी 30 प्रतिशत, वाईएसआरसीपी के 9 सांसदों में से 3 यानी 33 प्रतिशत, और एनसीपी के 3 राज्यसभा सांसदों में से 2 यानी 67 फीसदी ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है।