यूपी इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म ने एक ताजा रिपोर्ट जारी की है जिसमें खुलासा हुआ है कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा में 35 फीसदी ऐसे विधायक हैं जो दागी हैं. इतना ही नहीं इनमें से 27 फीसदी ऐसे हैं जिनके ऊपर गंभीर अपराधिक मुकदमे हैं. इसके साथ ही 79% विधायक ऐसे हैं जो करोड़पति हैं. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि राजनीतिक पार्टियां एक तरफ क्राइम को खत्म करने की बात कहती है तो दूसरी तरफ क्रिमिनल गतिविधियों में शामिल लोगों को विधायक का टिकट देकर उन्हें विधानसभा में बैठाती है.
दागियों को टिकट देने में कोई भी राजनीतिक दल पीछे नहीं है. उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार अपराध को कम करने का दावा कर्ट है लेकिन भाजपा के 304 विधायकों में 105 विधायक दागी हैं. प्रदेश में मौजूदा विधायकों में से सबसे ज्यादा 16 मुकदमे मऊ से विधायक मुख़्तार अंसारी पर हैं. अमीरी की बात करे तो मुबारकपुर सीट से विधयाक गुड्डू जमाली पहले नंबर पर हैं. समाजवादी पार्टी में दागी विधायकों की संख्या भी कम नहीं है उनके 49 विधयाकों में से 18 विधायक दागी हैं. तो बसपा के 18 में से दो और कांग्रेस का एक विधायक दागी है.
उत्तर प्रदेश विधासभा में 396 विधायकों में से 313 विधायक करोड़पति हैं. भाजपा अमीर विधायकों के मामले में भी इस वक्त उत्तर प्रदेश में अव्वल है. भाजपा के 304 विधायकों में 235 विधायक करोड़पति हैं. सपा के 49 में से 42 विधायक अमीर करोड़पति हैं बसपा के 16 में से 15 विधायक करोड़पति हैं. जबकि कांग्रेस के 7 में से पांच विधायक करोड़पति हैं.
