लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा। पहले चरण में बीजेपी के नितिन गडकरी, वीके सिंह और महेश शर्मा के साथ ही एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी की राजनीतिक किस्मत का फैसला होगा।
लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार मंगलवार शाम पाँच बजे समाप्त हो गया। पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को सुबह सात बजे शुरू होगा। पहले चरण में देश की कुल 91 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन सभी 91 सीटों में तेलंगाना की चेवेल्ला लोकसभा सीट काफी चर्चा में है।
वजह है यहां के सबसे अमीर और सबसे गरीब प्रत्याशी के बीच मुकाबला।चेवेल्ला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी की कुल संपत्ति 895 करोड़ से ज्यादा है। वहीं, उन्हीं के खिलाफ उतरे नल्ला प्रेम कुमार (प्रेम जनता दल) की संपत्ति केवल 500 रुपये है। यह रिपोर्ट इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की है।
एडीआर ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 1279 में से 1266 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है। इनमें से 225 राष्ट्रीय पार्टियों से, 124 राज्य स्तरीय दलों से, 364 गैर मान्यता प्राप्त दलों और 553 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। चुनाव लड़ रहे कैंडिडेट्स में से 401 (32 प्रतिशत) करोड़पति हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6.63 करोड़ रुपये है।
पहले नंबर पर कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी
चेवेल्ला सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी की चल संपत्ति 856 करोड़ और अचल संपत्ति 38 करोड़ से ज्यादा है। उनकी कुल संपत्ति 895 करोड़ रुपये से ज्यादा है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट प्रसाद वीरा पोतलुरी (विजयवाड़ा) 347 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
वहीं, इसी पार्टी के के रघुराम कृष्ण राजू 325 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति के साथ सबसे अमीर उम्मीदवारों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। सबसे गरीब कैंडिडेट की लिस्ट में दूसरे नंबर पर ओडिशा की कोरापुट सीट से सीपीआई (एमएल) रेड स्टार के उम्मीदवार राजेंद्र केंद्रुका हैं, जिनकी चल संपत्ति सिर्फ 565 रुपये है। अचल संपत्ति के नाम पर उनके पास कुछ नहीं है।
पहले चरण में 177 उम्मीदवार की संपत्ति 5 करोड़ से ज्यादा...
एडीआर की ओर से उम्मीदवारों के हलफनामे के विश्लेषण में पता चला है कि पहले चरण में 5 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले 177, 2 करोड़ से 5 करोड़ की संपत्ति वाले 99 और 50 लाख से 2 करोड़ की संपत्ति वाले 254 उम्मीदवार हैं। कांग्रेस के 83 में से 69 (83 प्रतिशत), बीजेपी के 83 में से 65 (78 प्रतिशत), बीएसपी के 32 में से 15 (47 प्रतिशत), टीडीपी के 25 (100 प्रतिशत), वाईएसआर कांग्रेस के 25 में से 22 (88 प्रतिशत) और टीआरएस के 17 (100 प्रतिशत) उम्मीदवार करोड़पति हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6.63 करोड़ रुपये है। बीजेपी की राज्यलक्ष्मी शाह पर 135 करोड़ कर्ज सबसे ज्यादा देनदारी वाले उम्मीदवार हैं। दिलचस्प तथ्य यह भी है कि मलूक नागर 249 करोड़ की चल-अचल संपत्ति के साथ यूपी में पहले चरण के चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार भी हैं। पहले चरण का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में 213 (17 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 146 (12 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक केस चल रहे हैं।