लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुल 251 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। इनमें 167 गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवार हैं। यह जानकारी नेशनल इलेक्शव वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्स (एडीआर) द्वारा 1,590 उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण से सामने आई है।
एडीआर ने एक बयान में कहा है कि गुरुवार को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए मैदान में वैसे 1,644 उम्मीदवार हैं। 54 उम्मीदवारों के हलफनामे उपलब्ध न होने पाने के कारण उनका विश्लेषण नहीं किया जा सका है।
पार्टी उम्मीदवार आपराधिक मामले
कांग्रेस 53 23
भाजपा 51 16
बसपा 80 16
अन्नाद्रमुक 22 03
द्रमुक 24 11
शिवसेना 11 04
पार्टी गंभीर आपराधिक मामले
कांग्रेस 17
भाजपा 10
बसपा 10
अन्नाद्रमुक 03
द्रमुक 07
शिवसेना 01
03 ने घोषित किया कि वे अपने खिलाफ मामलों में दोषी ठहराए जा चुके हैं
06 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़े मामले घोषित किए है
25 उम्मीदवारों ने हत्या के प्रयास से संबंधित मामले घोषित किए हैं
08 ने अपहरण से जुड़े मामले घोषित किए हैं
10 ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामले अपने खिलाफ घोषित किए
15 उम्मीदवारों ने घृणास्पद अपराध से जुड़े मामले भी घोषित किए हैं।
423 प्रत्याशी करोड़पति
दूसरे चरण के लिए 423 उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। इनमें से ज्यादातर कांग्रेस (46) और भाजपा (45) से हैं, वहीं कांग्रेस उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 31.83 करोड़ रुपये और भाजपा उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 21.59 करोड़ रुपये है। 16 उम्मीदवारों ने शून्य संपत्ति घोषित की है।
वसंतकुमार सबसे अमीर
कांग्रेस के कन्याकुमारी से उम्मीदवार वसंतकुमार एच. ने सर्वाधिक संपत्ति (417 करोड़ रुपये से अधिक) घोषित की है। इसके बाद पूर्णिया (बिहार) से उम्मीदवार उदय सिंह (341 करोड़ रुपये से अधिक), और बेंगलुरु ग्रामीण से उम्मीदवार डीके सुरेश (338 करोड़ रुपये से अधिक) का स्थान है।
हिंदुस्तान जनता पार्टी के सोलापुर (महाराष्ट्र) से उम्मीदवार श्रीवेंकटेश्वर महा स्वामीजी ने मात्र नौ रुपये की संपत्ति घोषित की है। जबकि तमिलनाडु के मयिलादुथुरई से दो निर्दलीय उम्मीदवारों राजेश पी. और राजा एन. ने 100 रुपये मूल्य की संपत्ति घोषित की है।