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चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रहे  6318 उम्मीदवारों में से 18 फीसदी ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है। यह जानकारी चुनाव अधिकार समूह एडीआर (एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) ने गुरुवार को दी है। 

जिन 6318 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया उनमें से 1157 (18 फीसदी) ने अपने हलफनामे में खुद के खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। इसके साथ ही 632 उम्मीदवारों (दस फीसदी) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है। 1317 उम्मीदवार (21 फीसदी) करोड़पति हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 6318 उम्मीदवारों में से पश्चिम बंगाल (तीसरे चरण तक) में 567 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया। इनमें से 144 (25 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है। वहीं, 121 (21 फीसदी) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।

इसके अलावा, एडीआर ने तमिलनाडु में 3559 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया है। इनमें से 466 (13 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। इसके साथ ही और 207 (छह फीसदी) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है।

केरल में 928 उम्मीदवारों में से 355 (38 फीसदी) ने तो असम में 942 में से 138 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। केरल में 167 (18 फीसदी) ने गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। असम में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा करने वाले प्रत्याशी 109 (12 फीसदी) रहे।

पुडुचेरी में 323 उम्मीदवारों में से 54 (17 फीसदी) ने आपराधिक मामले ओर 28 (नौ फीसदी) ने गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है। बड़े राजनीतिक दलों में से द्रमुक के 191 में से 143 (75 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले और 55 (29 फीसदी) ने गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।

अन्नाद्रमुक के 197 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया जिनमें से 50 (25 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले और 23 (21 फीसदी) ने गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। भाजपा के 319 उम्मीदवारों में से 163 (51 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी दी है।

वहीं, भाजपा के 108 (34 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ दर्ज गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी है। वहीं, कांग्रेस के जिन 239 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया उनमें से 132 (55 फीसदी) ने आपराधिक मामलों ओर 82 (34 फीसदी) ने अपने विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामलों की सूचना दी है।