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राजस्थान इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर में पूरे हो रहे 14वीं राजस्थान विधानसभा के पांच वर्ष के कार्यकाल में शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग से संबंधित सबसे अधिक प्रश्न पूछे गए। रिपोर्ट के अनुसार 14वीं राजस्थान विधानसभा में 11 सत्र थे। विधानसभा में औसतन प्रतिवर्ष 28 दिन बैठक हुई। 2014 से 2018 तक 14वीं राजस्थान विधानसभा में 139 दिनों की बैठक हुई, जबकि 2009 से 2013 तक 13वीं विधानसभा में 119 दिनों की बैठक हुई थी। 14वीं विधानसभा की बैठकों में सबसे ज्यादा 3,325 प्रश्न शिक्षा विभाग से, 2,970 प्रश्न चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से और 2,965 प्रश्न सार्वजनिक निर्माण विभाग से संबंधित थे जबकि सबसे कम 1,472 प्रश्न शहरी विकास एवं आवास विभाग से संबंधित थे। राजस्थान इलेक्शन वॉच के राज्य समन्वयक कमल टॉक ने सोमवार को बताया कि रिपोर्ट सूचना के अधिकार के तहत मांगे गए उत्तरों के आधार पर बनाई गई है। टॉक ने बताया कि 14वीं विधानसभा की 139 दिनों की बैठकों में पांच भाजपा विधायकों की उपस्थिति सबसे ज्यादा थी। भाजपा के झाबर सिंह खर्रा 137 बैठकों में उपस्थित थे। टॉक ने बताया कि 14वीं विधानसभा में कुल 152 विधेयक पेश किए गए और 152 में से 145 (95 प्रतिशत) विधेयक पारित हुए। 85 विधेयक (59 प्रतिशत) पेश किए जाने के एक सप्ताह के भीतर पारित किए गए और 29 विधेयक (20 प्रतिशत) विधानसभा में पेश किए जाने के 15 दिन के भीतर पारित किए गए।