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बीजेपी सरकार के पीएम नरेंद्र मोदी ने काला धन और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए क्या कुछ नहीं किया. नोटबंदी से लेकर पार्टी फंड तक फिक्स कर डाला. लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला. उल्टा उनकी ही बीजेपी पार्टी को अज्ञात सोर्सेस से मिले 493 करोड़ रूपये का काला धन सामने आ गया. इतनी बड़ी रकम बिना भ्रष्टाचार के तो बिल्कुल संभव नहीं हो सकती है. यह वो आंकड़ा है जो केवल एडीआर से मिला है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल जनवरी में पीएम मोदी ने एक बड़ा बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि लोगों को यह जानने का अधिकार है कि उनकी पार्टी को कितना चंदा और किस सोर्स से मिल रहा है. पीएम ने वादा भी किया था कि उनकी बीजेपी पार्टी अपने सोर्स आॅफ फंड को सार्वजनिक करेगी. लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ.

पार्टी फंड के नए नियम के मुताबिक अब सभी दलों को अपनी इनकम सोर्सेज की जानकारी देनी है जो उन्हें बीस हजार से ज्यादा मिला है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म यानी एडीआर की तरफ से जारी आंकड़ों की मानें तो साल 2015-2016 में सबसे ज्यादा इनकम बीजेपी को हुई है.

इस दौरान इन राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे की डिटेल कुछ इस तरह हैं-

बीजेपी को 570.86 करोड़ रुपए,

कांग्रेस को 261.56 करोड़ रुपए

सीपीएम को 107.48 करोड़ रुपए

बसपा को 47.385 करोड़ रुपए

एआईटीएसी को 34.578 करोड़ रुपए

एनसीपी को 9.137 करोड़ रुपए

सीपीआई को 2.17 करोड़ रुपए

ये सभी आंकड़े वह हैं जो राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को दिए हैं. इस मामले में सबसे पहले नंबर पर बीजेपी और दूसरे नंबर पर कांग्रेस हैं. जबकि सभी पार्टियों के कुल इनकम को जोड़ दिया जाए तो यह आंकड़ा 1033.18 करोड़ रुपए पहुंच जाएगा.

रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी को 76.85 करोड़ रुपया 20 हजार से ज्यादा चंदे के जरिए ज्ञात सोर्स से मिला है. वहीं कांग्रेस को 37.22 करोड़ रुपए इस ज्ञात स्त्रोत के जरिए मिले हैं.