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नाम रमेश शर्मा। कुल संपत्ति 1107 करोड़। पाटलिपुत्र से निर्दलीय प्रत्याशी और सातवें चरण ही नहीं, इस लोकसभा चुनाव के सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा सातवें चरण के प्रत्याशियों पर सोमवार को जारी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। यही नहीं, वर्ष 2002 जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत प्रत्याशियों को संपत्ति बताना अनिवार्य करने के बाद देश के तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। एडीआर ने सातवें चरण की 59 सीटों पर खड़े 918 प्रत्याशियों के शपथपत्रों के विश्लेषण से यह रिपोर्ट तैयार की है। 

दो दशक में तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी 
रमेश शर्मा दो दशक में तीसरे सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। लोक जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 में 2002 में किए संशोधन के तहत मतदाताओं को यह अधिकार है कि वे चुनाव में खड़े प्रत्याशियों की संपत्ति और उन पर दर्ज केस की जानकारी ले सकते हैं। यह जानकारी प्रत्याशियों को अपने नामांकन पत्र के साथ शपथपत्र में देनी होती है। गलत शपथपत्र देने पर सजा का प्रावधान है। 

जानिए रमेश शर्मा को
रमेश शर्मा जहाज रीसाइकिलिंग से जुड़ी कंपनी के मालिक हैं। चुनाव प्रचार के दौरान वादा कर चुके हैं कि जीतने पर वे पाटलिपुत्र के एक हजार युवाओं को हर वर्ष नौकरी देंगे। उनका मुकाबला भाजपा के रामकृपाल यादव और लालूप्रसाद यादव की बेटी व महागठबंधन प्रत्याशी मीसा भारती से है।

सातवां चरणः पांच सबसे अमीर 

रमेश कुमार शर्मा, पाटलिपुत्र                1107 
सुखबीर सिंह बादल, फिरोजपुर, शिअद    217 
हरसिमरत कौर बादल, बठिंडा, शिअद     217 
शत्रुघ्न सिन्हा, पटना साहिब, कांग्रेस         193 
विक्रम सोढ़ी, आनंदपुर साहिब, बसपा      140
धनी प्रत्याशी : 31% करोड़पति
सातवें चरण के कुल प्रत्याशियों में से 31 फीसदी करोड़पति
संपत्ति                       संख्या        प्रतिशत
पांच करोड़ से अधिक    97              11
दो से पांच करोड़          89              10
50 लाख से दो करोड़    201            22
10 लाख से 50 लाख     231            25
10 लाख से कम           291            32

कांग्रेस के 89%, भाजपा के 84% करोड़पति
पार्टी    औसत संपत्ति    करोड़पति    प्रतिशत
कांग्रेस    17.15              40             89
भाजपा    9.82                36             84
बसपा      5.24                 11            28
आप        5.20                  9             64
निर्दलीय    -                    59              19

देश में सबसे अमीर प्रत्याशी
नयीमथुनगा लोथा, 9000 करोड़ रुपयेः 2004 के आम चुनाव में नागालैंड की राजधानी कोहिमा में निर्दलीय लड़े। उन्होंने अपनी 15 वर्ग किमी क्षेत्रफल की जमीन के जरिए यह आकलन किया था।
नंदन नीलेकणी, 7710 करोड़ रुपयेः इंफोसिस के पूर्व सह संस्थापक वर्ष 2014 में 16वें लोकसभा के लिए कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतरे, लेकिन हार गए थे।
दीपक भारद्वाज, 600 करोड़ रुपयेः 2009 के आम चुनाव में पश्चिम दिल्ली से बसपा के टिकट पर लड़े।

127 प्रत्याशियों पर गंभीर धारा, 12 पर हत्या व 20 पर महिलाओं से अपराध के केस
    पांच पर दर्ज मामलों में उन्हें सजा दी जा चुकी है
    12 पर हत्या, 34 पर हत्या के प्रयास के मामले
    7 पर अपहरण के केस
    20 पर महिलाओं से अपराध के मुकदमे
    10 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण के केस

भाजपा 42%, कांग्रेस में 31% दागी
पार्टी    प्रत्याशी    आपराधिक मुकदमे    प्रतिशत
        

भाजपा    43                  18                  42    
कांग्रेस    45                   14                  31
आप       14                     3                  21
बसपा     39                     6                  15
निर्दलीय  313                  29                  9

अंतिम चरण में दागियों की भरमार, 33 सीटों पर ‘रेड अलर्ट’
इन 59 सीटों में से 33 को रेड अलर्ट सीट घोषित किया गया है। ये ऐसी सीटें हैं, जहां तीन या तीन से अधिक प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें बिहार के काराकाट में 9, बक्सर में 8 और नालंदा व जहानाबाद में छह-छह दागी प्रत्याशी हैं। वहीं पंजाब के लुधियाना और यूपी के वाराणसी में पांच-पांच दागी प्रत्याशी हैं।

सबसे ज्यादा धाराएं : देश में दूसरे नंबर पर अतीक 
32 केस, आईपीसी की 323 धाराएं
ओली मोहम्मद मलिक, बरासत, प. बंगाल, भाकपा माले रेड स्टार

59 मुकदमे 239 धाराएं
अतीक अहमद, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, निर्दलीय

22 मुकदमों में आईपीसी की 104 धाराएं
अनिल कुमार, बक्सर, बिहार, जनतांत्रिक विकास पार्टी